बरेली: बारिश बनी परीक्षा देने में बाधा, कई केंद्रों पर हंगामा

बरेली: बारिश बनी परीक्षा देने में बाधा, कई केंद्रों पर हंगामा

बरेली, अमृत विचार। शिक्षक बनने के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) देने के लिए कड़ाके की सर्दी के बीच कई शहरों से बरेली पहुंचे हजारों अभ्यर्थियों को दिक्कतें झेलनी पड़ीं। शनिवार देर रात से हो रही बारिश रविवार को परीक्षा देने जा रहे अभ्यर्थियों की राह में रुकावट बन गयी। बारिश में भीगते हुए जिन …

बरेली, अमृत विचार। शिक्षक बनने के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) देने के लिए कड़ाके की सर्दी के बीच कई शहरों से बरेली पहुंचे हजारों अभ्यर्थियों को दिक्कतें झेलनी पड़ीं। शनिवार देर रात से हो रही बारिश रविवार को परीक्षा देने जा रहे अभ्यर्थियों की राह में रुकावट बन गयी। बारिश में भीगते हुए जिन अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने में देरी हो गयी तो उन्हें परीक्षा देने को नहीं मिली। परीक्षा केंद्रों के गेटों पर मुस्तैद पुलिस ने उन्हें अंदर जाने नहीं दिया। परीक्षा से वंचित हो रहे अभ्यर्थियों ने मिन्नतें कीं लेकिन उन्हें परीक्षा देने के लिए मौका नहीं मिला। इससे कई परीक्षा केंद्रों के बाहर अभ्यर्थियों ने हंगामा काटा। शिक्षक पात्रता परीक्षा में पहली और दूसरी पाली में कुल 5767 परीक्षार्थी शामिल नहीं हो सके।

रविवार को आयोजित परीक्षा के लिए कुल 55 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। तेज बारिश और ठंड के कारण हजारों परीक्षार्थियों को अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ा। परीक्षा के लिए जनपद व दूर दराज के क्षेत्रों से पहुंचे परीक्षार्थियों को ठंड के कारण कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। ज्यादातर परीक्षा केंद्रों पर 9:30 बजे ही गेट पर ताला लगा दिया गया । जबकि परीक्षा देने के लिए परीक्षार्थी निर्धारित समय से लगभग 10- 20 मिनट पहले पहुंचे थे।

परीक्षा के दौरान कई केंद्रों पर हंगामेदार स्थिति बनी रही। कई केंद्रों पर जहां परीक्षार्थी बारिश के कारण पहुंचने में देरी के कारण उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया। जबकि कुछ केंद्रों पर उचित दस्तावेजों के अभाव में परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं करने दिया गया। इसे लेकर कई परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों और केंद्र व्यवस्थापक ,पुलिस के साथ हल्की कहासुनी भी हुई। परीक्षार्थियों के परीक्षा से वंचित होने पर अभिभावकों में नाराजगी देखने को मिली। परीक्षार्थियों ने बताया कि हमारे पास सभी दस्तावेज हैं, लेकिन वे चाहते हैं कि हम दस्तावेजों पर प्रिंसिपल के हस्ताक्षर द्वारा प्रमाणित वाली प्रतियां दिखाएं।

चीख कर लगाते रहे प्रवेश के लिए गुहार
बारिश और भीषण ठंड के बीच परीक्षा से वंचित हुए परीक्षार्थी गेट के बाहर खड़े होकर अधिकारियों, कर्मचारियों से परीक्षा के लिए एक बार मौका देने की गुहार लगाते रहे। परीक्षा में पास हो नौकरी पाने की उम्मीद के साथ परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों के सपने मानों बारिश की बूंदों के साथ बह रहे हों। घंटों तक केंद्रों के बाहर खड़े परीक्षार्थी इस उम्मीद में भीगते रहे की कोई अधिकारी या केंद्र व्यवस्थापक की नजर पड़ेगी और प्रवेश का सिर्फ एक मौका मिल जाएगा। लेकिन अंतत: परीक्षार्थियों को कोई मौका नहीं मिला और मायूस होकर लौट गए। परीक्षा दिए बगैर लौट रहे परीक्षार्थियों की आंखे नम दिखीं। जनपद के लगभग सभी केंद्रों में परीक्षार्थियों को गेट जल्दी बंद किए जाने से परेशान होना पड़ा।

डीआईओएस डा. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि पात्रता परीक्षा में कुल 37610 परीक्षार्थी उपस्थित हुए हैं। सुबह 10 से 12: 30 बजे तक पहली और 2: 30 से 5 बजे तक दूसरी पाली में परीक्षा संपन्न हुई । 55 केंद्रों पर हुई पहली पाली में 25747 में से 22453 परीक्षार्थी और दूसरी पाली में 39 केंद्रों पर 17630 में से 15157 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। इस दौरान सभी परीक्षा केंद्रो में रूपरेखा के मुताबिक सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में पूरी परीक्षा कराई गई है।