बरेली: आईटी पार्क- भूमि की रजिस्ट्री कराने को निबंधन शुल्क के 10 लाख आवंटित

बरेली, अमृत विचार। आईटी पार्क/साफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क की सीबीगंज की बंद पड़ी आईटीआर फैक्ट्री की भूमि पर स्थापना कराने की तैयारी तेज हो गई है। फैक्ट्री की भूमि पर आईटी पार्क बनाने की मंजूरी महीनों पहले कैबिनेट दे चुकी है। भूमि खरीदने के लिए 10 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति भी पहले मिल चुकी है। अब …
बरेली, अमृत विचार। आईटी पार्क/साफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क की सीबीगंज की बंद पड़ी आईटीआर फैक्ट्री की भूमि पर स्थापना कराने की तैयारी तेज हो गई है। फैक्ट्री की भूमि पर आईटी पार्क बनाने की मंजूरी महीनों पहले कैबिनेट दे चुकी है। भूमि खरीदने के लिए 10 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति भी पहले मिल चुकी है। अब शासन ने पार्क के लिए भूमि खरीदने को 10 लाख रुपये के निबंधन शुल्क की स्वीकृति देते हुए धनराशि आवंटित भी कर दी।
विशेष सचिव उज्जवल कुमार ने उद्योग निदेशक कानपुर को भूमि के विक्रय विलेख को निबंधन कराने के लिए निबंधन शुल्क की धनराशि के संबंध में जानकारी दे दी है। यह भी कहा कि स्वीकृत धनराशि का व्यय वित्तीय वर्ष 2021-22 में ही करना होगा। इसके खर्च के बाद उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक्स कारपोरेशन लिमिटेड लखनऊ द्वारा उपयोगिता प्रमाणपत्र भी महालेखाकार, उद्योग निदेशक के साथ शासन को भी उपलब्ध कराना होगा।
21 दिसंबर को जारी की गई चिट्ठी में लिखा है कि 28 अक्टूबर को प्रस्ताव उपलब्ध कराया गया था। जिसके आधार पर निबंधन शुल्क की स्वीकृति के साथ धनराशि आवंटित की है। आईटीआर फैक्ट्री की करीब आठ हजार वर्ग मीटर भूमि पर आईटी पार्क बनना प्रस्तावित है। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद संतोष गंगवार के काफी प्रयास के बाद आईटी पार्क को मंजूरी मिली। यह पार्क बरेली में मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया और स्किल इंडिया के मकसद को हासिल करने के लिए बनाया जा रहा है। इसके निर्माण में करीब 20.25 करोड़ रुपये खर्च करने की बात है।
आईटी पार्क बनने से बरेली का कंप्यूटर बाजार में भी बढ़ेगा दबदबा
बरेली शहर दिल्ली और लखनऊ के बीच रुहेलखंड का सबसे विकसित शहर है। शिक्षा का हब है। बीसीए, एमसीए, बीटेक, एमबीए और मैनेजमेंट के कोर्स कराने वाले कई कॉलेज हैं। इसलिए आईटी पार्क बरेली में स्थापित कराने के लिए बड़े स्तर पर प्रयास किए गए थे। इसके बनने के बाद बरेली का कंप्यूटर के बाजार में भी दबदबा बढ़ेगा। यहां के उद्यमियों को कंप्यूटर एक्सपर्ट के लिए दूसरे शहर और विदेशों की ओर नहीं देखना पड़ेगा।
इसके साथ बरेली शहर प्रदेश के टियर-2 व टियर-3 के नगरों में शामिल है। इसलिए यहां आईटी पार्क को मंजूरी दी गई। आईटी पार्क से क्षेत्रीय विकास के साथ-साथ नए उद्यमियों को व्यवसाय प्रारंभ करने के पर्याप्त अवसर मिलेंगे। सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क भारत सरकार के उपक्रम सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया से भी जुड़ा हुआ है।