Video: लापरवाही के रास्ते पर मौत की उड़ान! केदारनाथ में हेलिकॉप्टर क्रैश, 7 की गई जान

Video: लापरवाही के रास्ते पर मौत की उड़ान! केदारनाथ में हेलिकॉप्टर क्रैश, 7 की गई जान

देहरादून। उत्तराखंड में मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया। केदरानाथ में एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। बताया जा रहा है कि ये हादसा केदारनाथ से 2 किमी दूर गरुड़चट्टी में हुआ। बताया जा रहा है कि हेलिकॉप्टर आर्यन हेली कंपनी का था। ये गरुड़चट्टी के पास क्रैश हो गया। ये पाठा इलाके से श्रद्धालुओं को …

देहरादून। उत्तराखंड में मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया। केदरानाथ में एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। बताया जा रहा है कि ये हादसा केदारनाथ से 2 किमी दूर गरुड़चट्टी में हुआ। बताया जा रहा है कि हेलिकॉप्टर आर्यन हेली कंपनी का था। ये गरुड़चट्टी के पास क्रैश हो गया। ये पाठा इलाके से श्रद्धालुओं को ले जा रहा था। बताया जा रहा है कि हेलिकॉप्टर क्रैश हादसे में पायलट समेत 7 लोगों की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर आर्यन कंपनी का था।

सी. रविशंकर (CEO, उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण) ने बताया कि इस दुर्घटना में 7 लोगों की मृत्यु हुई है। ये घटना सुबह करीब 11:40 पर हुई। हेलिकॉप्टर केदारनाथ से गुप्तकाशी की ओर जा रहा था। जांच के बाद ही इस दुर्घटना के कारणों का पता चलेगा। DM की ओर से मजिस्ट्रियल जांच गठित की गई है।

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने हादसे पर दुख जताया है। केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि घटना का पता लगाने के लिए राज्य सरकार से संपर्क में है। सरकार पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है।

हेलिकॉप्टर ने गुप्तकाशी से केदारनाथ के लिए उड़ान भरी थी। हादसे की वजह खराब मौसम और कोहरा बताई जा रही है। हादसे के बाद हेलिकॉप्टर में आग लग गई। कुछ फोटोज और वीडियो भी सामने आए हैं। इसमें हेलिकॉप्टर का मलबा, आग और स्थानीय लोग दिखाई पड़ रहे हैं।​​​​​​​

राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने जताया दुःख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि केदारनाथ धाम के पास हुए हेलीकॉप्टर दुर्घटना में पायलट सहित कई तीर्थयात्रियों के निधन का समाचार बहुत दुखद है। अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति मैं गहन शोक-संवेदनाएं व्यक्त करती हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर दुर्घटना से दुखी हूं। इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।

विस्तृत जांच के आदेश
उत्तराखंड CM पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केदारनाथ के गरुड़चट्टी में दुर्भाग्यपूर्ण हेलीकॉप्टर क्रैश में कुछ लोगों के हताहत होने का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ है। राहत और बचाव कार्य हेतु SDRF और जिला प्रशासन की टीम घटनास्थल पर पहुंची। इस घटना के विस्तृत जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

क्या बताया चश्मदीद ने ?
केदारनाथ से एक चश्मदीद ने बताया कि यहां बारिश बहुत तेज हो रही थी। मौसम सिर्फ 15 मिनट में अचानक से खराब हो गया।  इसके बाद हमारी उड़ान भी रोक दी गई। हमसे कहा गया है कि एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया है। अभी उड़ान रोक दी गई है। उन्होंने बताया कि इस हेलिकॉप्टर में भी यात्री ही सवार थे।


21-22 अक्टूबर को पीएम मोदी का दौरा

ये हादसा ऐसे वक्त पर हुआ, जब 21-22 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ और बद्रीनाथ का दौरा करेंगे। पीएम मोदी 21 अक्टूबर को केदारनाथ का दौरा करेंगे। वे केदारनाथ पहुंचकर वहां चल रही विकास परियोजनाओं का जायजा लेंगे। बाबा केदार के दर्शन करने के बाद पीएम मोदी बद्रीनाथ का भी दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी 21 अक्टूबर को केदारनाथ दर्शन करने के बाद रात वहीं रुकेंगे। इसके बाद अगले दिन यानी 22 अक्टूबर को वो बद्रीनाथ के दर्शन करेंगे।

हादसे और लापरवाही
उत्तराखंड मौसम विभाग ने 18 अक्टूबर के लिए पहाड़ी इलाकों में मौसम खराब होने की भी संभावना जताई थी। मौसम विभाग ने 3500 मीटर और इससे ज्यादा की ऊंचाई वाले स्थानों में जैसे उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में हल्की बारिश और पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की संभावना जताई थी। बड़ी बात यह है कि केदारनाथ धाम रुद्रप्रयाग जिले में आता है और मौसम विभाग ने रुद्रप्रयाग जिले के लिए भी मौसम का अलर्ट जारी किया हुआ था।

गरुड़चट्टी 2013 से पहले केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा का मुख्य पड़ाव हुआ करता था। तब केदारनाथ से इसकी दूरी दो किलोमीटर से ज्यादा नहीं हुआ करती थी। केदारनाथ घाटी की बात करें तो जंगल चट्टी, रामबाड़ा और गरुड़चट्टी, यह तीन ऐसे इलाके हैं, जहां पर अक्सर बादल आने के कारण हेलिकॉप्टर को उड़ने में खासी दिक्कतें आती हैं, क्योंकि जीरो विजिबिलिटी होने से दुर्घटना होने का खतरा बढ़ जाता है।

इससे पहले भी 2013 की आपदा के दौरान केदारनाथ धाम में वायुसेना का एमआई-17 हेलिकॉप्टर रेस्क्यू ऑपरेशन करते हुए शहीद हो गया था, जिसमें 20 जवान शहीद हो गए थे। इसके साथ प्राइवेट कंपनी के भी दो से तीन हेलिकॉप्टर भी क्रैश हो चुके हैं। बड़ी बात यह है कि जितने भी प्राइवेट कंपनियों के हेलिकॉप्टर केदारनाथ धाम में उड़ते हैं, वह सभी सिंगल इंजन के होते हैं और सिंगल इंजन होने की वजह से यह सब मंदाकिनी नदी की घाटी में ही उड़ते हैं। यही वजह है कि इनके क्रैश होने का ज्यादा खतरा रहता है।

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