एक क्षय रोगी वर्ष में 10-15 लोगों को कर सकता है संक्रमित: डॉ. शोएब अख्तर

एक क्षय रोगी वर्ष में 10-15 लोगों को कर सकता है संक्रमित: डॉ. शोएब अख्तर

सीतापुर। विश्व क्षय (टीबी) रोग दिवस पर गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में गोष्ठी एवं टीबी मरीजों को गोद लेने का कार्यक्रम आयोजित हुआ। आयोजन की अध्यक्षता जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने की। डीएम ने कहा कि क्षय रोग घातक है, लेकिन अब इसका इलाज है। उन्होंने टीबी के मरीजों व अभिभावकों से अपील की है कि …

सीतापुर। विश्व क्षय (टीबी) रोग दिवस पर गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में गोष्ठी एवं टीबी मरीजों को गोद लेने का कार्यक्रम आयोजित हुआ। आयोजन की अध्यक्षता जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने की। डीएम ने कहा कि क्षय रोग घातक है, लेकिन अब इसका इलाज है। उन्होंने टीबी के मरीजों व अभिभावकों से अपील की है कि जो दवाएं अस्पताल से मिल रही हैं, उन्हें नियमित रूप से मरीज को दें। साथ ही मरीज को नियमित पौष्टिक आहार दें। जिलाधिकारी ने इस प्रयास में सभी को सहयोग करने की अपेक्षा करते हुये आशा व्यक्त की कि सभी के सहयोग से जनपद शीघ्र ही क्षय रोग से मुक्त होगा।

गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. मुसाफिर यादव ने कहा कि पूर्व मे टीबी रोगियों का इलाज बहुत महंगा था एवं बिना सुपरविजन के कारण मरीज दवा लेना बीच में ही छोड़ दिया करते थे। इसीलिए सीधी देख-रेख मे डॉट्स पद्धति की दवा खिलाने की व्यवस्था भारत सरकार ने की थी। जिसे संशोधित करते हुए वर्तमान समय में डेली रेजिमिन औषधि प्रदान की जा रही है। साथ ही इलाज के दौरान प्रत्येक मरीज को निःक्षय पोषण योजना के अन्तर्गत 500 रुपए प्रतिमाह उनके बैंक खाते के माध्यम से दिए जाते हैं।

उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. शोएब अख्तर ने बताया कि एक बलगम धनात्मक क्षय रोगी वर्ष में 10-15 व्यक्तियों को क्षय रोग से ग्रसित कर सकता है। टीबी के लक्षण जैसे दो हफ्ते से अधिक खाँसी, लगातार बुखार रहना, वजन घटना, सीने मे दर्द, बलगम में खून, रात में अत्यधिक पसीना आना आदि लक्षण पाये जाने पर बलगम की जांच करने की सुविधा सामुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों सहित कुल 42 माइक्रोस्कोपिक केन्द्रों पर पूर्णतया निःशुल्क उपलब्ध है। जनपद में एमडीआर मरीजों की पहचान के लिए वर्तमान में तीन सीबीनॉट साइट व 13 ट्रूनॉट साइटें क्रियाशील हैं।

1,011 टीबी मरीजों को लिया गया गोद

उप जिला क्षयरोग अधिकारी ने बताया कि जिले के 1,011 टीबी मरीजों को गोद लिया गया। जिले की सभी सीएचसी पर 50-50 टीबी मरीजों को गोद लिया गया है। कार्यक्रम के अन्त में सभागार में मौजूद सभी लोगों को टीबी मुक्त भारत बनाने के लिए शपथ दिलायी गयी। इस कार्यक्रम में एक माह में 2,500 टीबी मरीजों को विभिन्न विभागों के अधिकारियों/कर्मचारियों तथा स्वयंसेवी संस्थाओं व अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों द्वारा गोद लिये जाने का कार्यक्रम आयोजित किया जाना है।

इस मौके पर पुलिस अधीक्षक आरपी सिंह, सीडीओ अक्षत वर्मा, सीएमओ डॉ. मधु गैरोला, एसडीएम सदर अनिल कुमार, एसीएमओ डॉ. पीके सिंह, रेडक्रास सोसायटी के चेयरमैन डॉ. संजीव मेहरोत्रा, रेडक्रास सोसायटी के सचिव रियाज अहमद आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के जिला कार्यक्रम समन्वयक आशीष दीक्षित ने किया।

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