मुरादाबाद की हवा गोरखपुर, वाराणसी और प्रयागराज से भी दूषित, लोगों को सांस लेने में हो रही परेशानी

मुरादाबाद की हवा गोरखपुर, वाराणसी और प्रयागराज से भी दूषित, लोगों को सांस लेने में हो रही परेशानी

मुरादाबाद, अमृत विचार। शहर स्मार्ट सिटी में चयनित है और उद्योगों के पर्यावरण फ्रेंडली होने का विभागीय दवा है। लेकिन, उसके बाद भी शहर की हवा लगातार प्रदूषित होती जा रही है। महानगर वाराणसी, गोरखपुर और प्रयागराज की तुलना में शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक अधिक है। यह स्थिति शारदीय ऋतु के आरंभ में है। …

मुरादाबाद, अमृत विचार। शहर स्मार्ट सिटी में चयनित है और उद्योगों के पर्यावरण फ्रेंडली होने का विभागीय दवा है। लेकिन, उसके बाद भी शहर की हवा लगातार प्रदूषित होती जा रही है। महानगर वाराणसी, गोरखपुर और प्रयागराज की तुलना में शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक अधिक है। यह स्थिति शारदीय ऋतु के आरंभ में है। ऐसे में दिल के मरीजों को सांस लेने में परेशानी हो रही है।

प्रदूषण नियंत्रण विभाग का दावा है कि सैकड़ों पंजीकृत कारखाने विभागीय मानक पूरे कर रहे हैं। यानी कि इनसे पर्यावरण को कोई खतरा नहीं है। जबकि, मोहल्ले में सफाई को लेकर निगम किसी की शिकायत सुनने को तैयार नहीं है। निगम का दावा है कि शहर पार्क सुंदर हैं। सड़क के किनारे पौधरोपण किया गया है। हर घर से व्यवस्थित तरीके से कूड़ा निस्तारण किया जा रहा है। ऐसे में पर्वावरण प्रदूषण के लिए निगम जिम्मेदार नहीं है। दो टूक यह कि निगम भी इस मुद्दे पर अपने ऊपर कोई आरोप लेने को तैयार नहीं है। जबकि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी शहर में हवा की खराबी का ठीकरा वाहन जनित और अव्यवस्थित निर्माण को मान रहे हैं।

सच तो सह है कि पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण के मुद्दे पर प्रशासन स्तर से कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की जा रही है। जबकि तेजी से बढ़ते तापमान के बीच लोगों को वायु प्रदूषण से जूझना पड़ रहा है। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा स्थापित प्रदूषण स्तर मापी यंत्र यह बात दावे के साथ कह रहे है कि शहर की हवा पीले स्तर में पहुंच गई है, जो जन स्वास्थ्य के लिए खतरनाक मानी जाती है। यानी कि शहर गर्मी के इस मौसम में भी वायु प्रदूषण के मुहाने पर खड़ा हो गया है।

जानिए… वायु गुणवत्ता सूचकांक अंक का स्वास्थ्य पर असर

  • 00-050 हरा : शुद्ध
  • 51-100 हल्का हरा : संवेदनशील लोगों को सांस लेने में परेशानी
  • 101-200 पीला : दिल के मरीजों को सांस लेने में परेशानी
  • 201-300 नारंगी : सांस लेने में तकलीफ, हृदय रोग से पीड़ित मरीजों को ज्यादा परेशानी
  • 301-400 लाल : प्रदूषित, स्वास्थ्य के लिए हानिकारक
  • 301-500 गाढ़ा लाल : घरों से बाहर निकलने में भी चेतावनी

शहर – वायु गुणत्ता सूचकांक

  • गोरखपुर 79
  • वाराणसी 126
  • हापुड़ 144
  • प्रयागराज 157
  • मुरादाबाद 159
  • कानपुर 161
  • फिरोजाबाद 175
  • नोएडा 216
  •  लखनऊ 218
  • ग्रेटर नोएडा 240

ये भी पढ़ें : मुरादाबाद : आज होगा चांद का दीदार, पहला रोजा कल…तैयारियां पूरी