पीलीभीत: करोड़ों खर्च...फिर भी गोशालाओं में गोवंश की दुर्दशा

पीलीभीत: करोड़ों खर्च...फिर भी गोशालाओं में गोवंश की दुर्दशा

पीलीभीत, अमृत विचार: छुट्टा गोवंश को आश्रय देने के लिए शासन स्तर से चलाई जा रही मुहिम पर करोड़ों के खर्च के बावजूद व्यवस्थाएं बदहाल हैं। सड़कों पर अभी भी बड़ी संख्या में गोवंश घूम रहे हैं, जो कूड़ा-करकट खाने को मजबूर हैं। वहीं, गोशालाओं की स्थिति भी बदतर बनी हुई है।

जनपद में 50 से अधिक गोशालाएं संचालित हैं, जिनमें छह हजार से अधिक पशु आश्रित हैं, जबकि इतने ही पशु सड़कों पर छुट्टा घूम रहे हैं। गोवंश की हालत सड़कों से लेकर गोशाला के भीतर तक बदहाल है। एक दिन पूर्व ही पंडरी गोशाला से जुड़ी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, जिससे प्रशासन के बंदोबस्त दुरुस्त होने के दावे हवा-हवाई साबित हो गए। आलम यह था कि गोवंश के जीवित रहते भरपेट हरा चारा और भूसे की व्यवस्था नहीं थी, तो मृत होने के बाद दफनाने में भी लापरवाही बरती जा रही थी।

गड्ढों में पड़े गोवंश के शव सड़ रहे थे और चील-कौवे उन्हें नोंच रहे थे। अब मामला डीएम तक पहुंचने के बाद सुधार का आश्वासन दिया जा रहा है। इससे पहले भी कई बार लापरवाही उजागर हो चुकी है, मगर ब्लॉक से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक अधिकारियों की लापरवाही पर अभी भी पर्दा डाला जा रहा है। इससे पहले देवीपुरा गोशाला में भी कई बार गोवंश की देखरेख और मरने के बाद दफनाने में लापरवाही बरतने के मामले सामने आ चुके हैं। इसे लेकर धरना-प्रदर्शन हुए और सचिव पर गाज भी गिरी।

इसके बाद कुछ दिनों तक व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने पर अधिकारियों ने ध्यान दिया, लेकिन फिर नजरअंदाज कर दिया। नतीजतन, वर्तमान में दोबारा हालात जस के तस हो गए हैं। अब पंडरी गोशाला में गोवंश की दुर्दशा सामने आई है, जिससे अन्य गोशालाओं को लेकर भी प्रश्नचिह्न खड़ा हो गया है। इसके बावजूद न तो पंडरी गोशाला को लेकर संजीदगी बरती जा रही है और न ही अन्य गोशालाओं के हालात देखने के लिए कोई जिम्मेदार अधिकारी पहुंचा है। केवल कागजों में ही सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त दर्शा दी जा रही हैं। फिलहाल, अब पंडरी गोशाला का मामला तूल पकड़ने के बाद ग्राम पंचायत सचिव और गोशाला समिति के अध्यक्ष को नोटिस जारी कर जवाब तलब करने की तैयारी की जा रही है।

डीएम से मिले हिंदू महासभा कार्यकर्ता, समिति अध्यक्ष को हटाने की मांग
मरौरी ब्लॉक क्षेत्र की पंडरी गोशाला में मृत गोवंश की दुर्दशा को लेकर अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ता आक्रोशित हैं। शुक्रवार को जिलाध्यक्ष पंडित पंकज शर्मा की अगुवाई में कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे और डीएम संजय कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपा। इसमें बताया गया कि पंडरी गांव में गोवंश को हरा चारा उपलब्ध नहीं है और बीमार पशुओं के इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है। ग्रामीणों और गोशाला स्टाफ से जानकारी मिली है कि प्रधान के अधिकार सीज हैं।

गोशाला कमेटी के अध्यक्ष गोवंश की देखरेख ठीक से नहीं करवा रहे हैं। प्रकाश व्यवस्था भी पर्याप्त नहीं है। कमेटी अध्यक्ष द्वारा सचिव का सहयोग न करने की बात कही गई है। ऐसे में गोशाला कमेटी अध्यक्ष को पद से हटाकर कमेटी का पुनर्गठन करने की मांग की गई है। इसके बाद कार्यकर्ता सीडीओ से भी मिले। इस मौके पर युवा विंग जिलाध्यक्ष गौरव शर्मा, मयंक जायसवाल, आयुष सक्सेना, सर्वेश कुमार, राहुल राठौर, जितेंद्र मार्य, मदनलाल, शिवम राठौर आदि उपस्थित थे।

डीएम संजय कुमार ने कहा कि पंडरी गोशाला में अव्यवस्थाओं की शिकायत मिली है, मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। गोशाला की व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।

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