डोमेन कंपनी को लिखा पत्र, ठगी के 55.13 लाख ब्लॉक करने की तैयारी; HAL से साइबर ठगी का मामला...
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कानपुर, अमृत विचार। एचएएल से ठगे गए 55.13 लाख रुपयों को साइबर क्राइम की टीम ब्लॉक कराने की तैयारी में है। इसके लिए यूएसए की बैंक और एचएएल व बैंक के बीच रुपयों को स्थानांतरित करने वाली कंपनी को ई-मेल किया गया है। फर्जी ई-मेल की डिटेल जानने के लिए डोमेन कंपनी को पत्र लिखा है। लेकिन अभी तक इंटरपोल को कोई अहम जानकारी हासिल नहीं हुई है।
एचएएल ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट डिवीजन टीएडी के अपर महाप्रबंधक अशोक कुमार सिंह ने साइबर थाने में 55.13 लाख रुपये की ठगी की रिपोर्ट कराई थी। एचएएल ने यूएसए की मैसर्स पीएस इंजीनियरिंग इनकारपोरेटेड को पंजीकृत ईमेल आईडी पर तीन पार्ट्स की कोटेशन का आग्रह किया गया था।
इस बीच साइबर अपराधियों ने फर्जी ईमेल आईडी में ई एल्फाबेट का हेरफेर कर रुपये खाते में जमा करा लिए। एचएएल के अधिकारियों ने जब पार्ट्स की डिलीवरी न होने पर कंपनी से बातचीत की तो पता चला कि उनके खाते में रकम ट्रांसफर ही नहीं हुई। उन्होंने देखा तो जिस मेल से वार्तालाप हो रही थी, वह फर्जी थी।
पेमेंट के लिए जो अकाउंट लिंक भेजा गया वह भी फर्जी था। एडीसीपी क्राइम अंजलि विश्वकर्मा ने बताया कि रुपयों को ब्लाक कराने की प्रक्रिया की जा रही है। यूएसए की बैंक को ईमेल किया गया है। बैंक के साथ ही एचएएल व बैंक के बीच रुपयों को ट्रांसफर कराने वाली कंपनी से ईमेल के संबंध में जानकारी हासिल की जा रही है। अमेरिका की इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर कंपनी से फर्जी ईमेल के मालिक का पता लगाया जा रहा है। इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर कंपनी से ही डोमेन नेम मिला है।