लखनऊ : शक्तिवर्धक दवाओं के लिए कर रहे थे कछुओं की तस्करी…जानें कौन हैं यह लोग

लखनऊ : शक्तिवर्धक दवाओं के लिए कर रहे थे कछुओं की तस्करी…जानें कौन हैं यह लोग

लखनऊ । अन्तर्राज्यीय स्तर पर कछुओं की तस्करी करने वाले गिरोह के एक तस्कर को स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने राजधानी लखनऊ से गिरफ्तार किया है। तस्कर के पास से 295 कछुए बरामद हुए हैं। इस सम्बन्ध में स्पेशल टास्क फोर्स के पुलिस उपाधीक्षक दीपक कुमार सिंह ने बताया कि क्षेत्रीय वन विभाग सरोजनीनगर …

लखनऊ । अन्तर्राज्यीय स्तर पर कछुओं की तस्करी करने वाले गिरोह के एक तस्कर को स्पेशल टास्क फोर्स की टीम ने राजधानी लखनऊ से गिरफ्तार किया है। तस्कर के पास से 295 कछुए बरामद हुए हैं।

इस सम्बन्ध में स्पेशल टास्क फोर्स के पुलिस उपाधीक्षक दीपक कुमार सिंह ने बताया कि क्षेत्रीय वन विभाग सरोजनीनगर व एसटीएफ की संयुक्त टीम ने मुखबिर की सूचना पर लखनऊ-कानपुर मार्ग निकट हनुमान मंदिर तिराहा बंथरा से एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। पड़ताल के दौरान तस्कर ने अपनी पहचान उन्नाव जनपद निवासी मोहम्मद वसीम के रुप में की है।

उसके पास से 295 जीवित कछुए बरामद किए गए हैं। तस्कर ने बताया कि गोंडा, बहराइच, लखीमपुर जनपदों से कुछओं को लाकर उन्नाव जनपद में इकठ्ठा करते हैं। जिसके बाद इन्हें ट्रेन के माध्यम से पश्चिम बंगाल में सप्लाई करते हैं। यहां से इन्हें इन्हें बांग्लादेश और यांमार के रास्ते चीन, हांगकांग, मलेशिया आदि देशों में भेजा जाता है। गिर तार आरोपी के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत अग्रिम विधिक कार्रवाई क्षेत्रीय रेंज सरोजनी नगर द्वारा की जा रही है।

शक्ति वर्धक दवाओं के लिए होती है कछुओं की तस्करी

एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि भारत में कछुओं की 29 प्रजातियों में 15 प्रजातियां उत्तर प्रदेश में पाई जाती हैं। इनमें 11 प्रजातियों का अवैध व्यापार किया जाता है। जीवित कछुए के मांस या उन्हें पालने के लिए तस्करी होती है। इसके अलावा कछुएं की कैलिपी (झिल्ली) को सुखा कर शक्ति वर्धक दवा के लिए इनकी तस्करी बड़े पैमाने होती है। यमुना, चम्बल, गंगा, गोमती, घाघरा, गण्डक आदि नदियों में ये कछुए बहुतायत में पाए जाते हैं।

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