लखनऊ: सिविल सेवा के लिए संस्कृत संस्थान करा रहा निशुल्क कोचिंग

लखनऊ। संस्कृत साहित्य के विकास एवं संवर्द्धन को बढ़ावा देने के साथ उप्र संस्कृत संस्थान प्रशासनिक सेवा में संस्कृत की उपयोगिता को विस्तार देने का काम कर रहा है। संस्थान द्वारा संचालित सिविल सेवा निशुल्क कोचिंग योजना के तहत अभ्यर्थियों का चयन प्रदेश परीक्षा के माध्यम से किया जा रहा है। अभी तक कुल 250 …
लखनऊ। संस्कृत साहित्य के विकास एवं संवर्द्धन को बढ़ावा देने के साथ उप्र संस्कृत संस्थान प्रशासनिक सेवा में संस्कृत की उपयोगिता को विस्तार देने का काम कर रहा है। संस्थान द्वारा संचालित सिविल सेवा निशुल्क कोचिंग योजना के तहत अभ्यर्थियों का चयन प्रदेश परीक्षा के माध्यम से किया जा रहा है।
अभी तक कुल 250 अभ्यर्थी इस योजना से लाभांवित हो चुके हैं। इसमें राज्य सिविल सेवा में पांच और प्रतियोगी परीक्षाओं में छह विद्यार्थी चयनित भी हो चुके हैं। यह बातें मुख्य सचिव (भाषा विभाग) जितेंद्र कुमार ने अलीगंज स्थित पंचायतीराज निदेशालय के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में कही।
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शुक्रवार को उप्र संस्कृत संस्थान ने अपना 45वां स्थापना दिवस मनाया। इस मौके पर संस्कृत कवि सम्मेलन एवं निश्शुल्क कोचिंग के तृतीय संवाद सत्र का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि जितेंद्र कुमार ने दीप प्रज्वलति कर कार्यक्रम की शुरूआत की।
उन्होंने संस्कृत विषय की वैज्ञानिकता एवं प्रशासन में प्रतिभागिता पर विस्तार से रोशनी डाली। कहा कि, कोविड महामारी के दौरान भी ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली जैसी नवीन आधुनिक तकनीक की सहयता से अभ्यर्थियों की शिक्षा प्रभावित नहीं हुई। विशिष्ट अतिथि आईएएस डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी ने प्रशासन में संस्कृत भाषा की उपयोगिता पर प्रकाश डाला।
हिंदू कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. डॉ. राजेंद्र कुमार चौधरी ने संस्कृति विषय की बारीकियों संग प्रशासनिक सेवा में अंक प्राप्त करने के गुरु बताए। संस्थान के अध्यक्ष वाचस्पति मिश्र ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में किए गए कार्यों की समीक्षा के साथ आगामी वर्ष में किए जाने वाले कार्यों पर विस्तार से चर्चा की। निदेशक पवन कुमार ने कहा कि आने वाले समय में इस कोचिंग का और भी जनपदों में प्रचार किया जाएगा।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. अरूण कुमार श्रीवास्तव ने किया। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि आईआरएस जयनाथ वर्मा, डॉ. शिवाकांत द्विवेदी, आइएएस अनुज कुमार झा व डॉ. शीलवंत सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे।