अक्षय तृतीया के दिन होती है भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा, जानें पूजन विधि

अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ ही इस दिन विवाह, गृह प्रवेश, खरीदारी के लिए अबूझ मुहूर्त भी होता है। इस साल 3 मई, मंगलवार यानी कि कल ये पर्व मनाया जाएगा। यह वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। इस बार …
अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ ही इस दिन विवाह, गृह प्रवेश, खरीदारी के लिए अबूझ मुहूर्त भी होता है। इस साल 3 मई, मंगलवार यानी कि कल ये पर्व मनाया जाएगा। यह वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। इस बार अक्षय तृतीया पर 3 राजयोग बनने के कारण यह और भी खास हो गया है।
अक्षय तृतीया की पूजन विधि
अक्षय तृतीया पर सुबह स्नान आदि करने के बाद घर के किसी साफ स्थान पर देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करें। देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु का अभिषेक करने के लिए दक्षिणावर्ती शंख में गाय का दूध लें। आप इस दूध में केसर भी डाल सकते हैं। अभिषेक करने के बाद जल से प्रतिमा को स्नान कराएं फिर गुलाल, चावल, कुमकुम, अबीर आदि चीजें देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु को चढ़ाएं। मौसमी फल के साथ फूल और हार अर्पित करें और खीर का भोग लगाएं। इसके बाद 11 बार माला का जाप करते हुए देवी लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करें। पूजा के बाद भक्तों को प्रसाद बांटे और दान-पुण्य करें।
इस साल 3 मई, अक्षय तृतीया पर ग्रहों की स्थिति बहुत खास रहने वाली है, जिसके कारण इस दिन मालव्य राजयोग, हंस राजयोग और शश राजयोग बन रहे हैं। अक्षय तृतीया पर इन राजयोगों का बनना बहुत शुभ है। इन राजयोग में कोई भी शुभ काम या मांगलिक काम करना बहुत अच्छा फल देगा। खरीदारी करने के लिए भी यह स्थितियां बहुत ही शुभ हैं।
अक्षय तृतीया पर पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 05:39 बजे से दोपहर के 12:18 बजे तक है।
वहीं सोना-चांदी, घर-गाड़ी आदि खरीदने का शुभ मुहूर्त सुबह 05:39 बजे से अगले दिन के सुबह 05:38 बजे तक रहेगा।
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