फर्रूखाबाद : मानदेय न मिलने पर कर्मचारी ने खुद पर उड़ेला पेट्रोल

फर्रूखाबाद : मानदेय न मिलने पर कर्मचारी ने खुद पर उड़ेला पेट्रोल

अमृत विचार, फर्रुखाबाद। तीन माह से मानदेय न मिलने के विरोध में बिजली विभाग के आउटसोर्स कर्मचारियों का धरना प्रदर्शन चल रहा है। बुधवार को शाम को धरने में एक कर्मचारी ने आत्महत्या करने के लिए खुद पर पेट्राल डाल लिया और आग लगाने का प्रयास किया। साथी कर्मचारियों ने उसके हाथ से माचिस छीन …

अमृत विचार, फर्रुखाबाद। तीन माह से मानदेय न मिलने के विरोध में बिजली विभाग के आउटसोर्स कर्मचारियों का धरना प्रदर्शन चल रहा है। बुधवार को शाम को धरने में एक कर्मचारी ने आत्महत्या करने के लिए खुद पर पेट्राल डाल लिया और आग लगाने का प्रयास किया। साथी कर्मचारियों ने उसके हाथ से माचिस छीन ली और उसको समझाकर शांत किया।

जिले में 40 विद्युत उपकेंद्रों पर आउटसोर्स से 630 लाइनमैन व एसएसओ तैनात हैं। मई, जून और जुलाई का 587 कर्मचारियों को कार्यदायी संस्था ने मानदेय भुगतान किया। 43 कर्मचारियों को मानदेय नहीं दिया। अगस्त, सितंबर और अक्तूबर का मानदेय किसी भी कर्मचारी को अभी तक संस्था की ओर से नहीं दिया गया। इससे नाराज होकर कर्मचारियों ने मंगलवार से कार्य बहिष्कार कर भोलेपुर डिवीजन कार्यालय में उत्तर प्रदेश पॉवर कॉर्पोरेशन निविधा, संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले धरना प्रदर्शन शुरू किया।

बुधवार को सभी कर्मचारी डिवीजन कार्यालय में धरना प्रदर्शन कर रहे थे। शाम चार बजे कर्मचारी विपिन अपनी बाइक से बोतल में पेट्रोल निकाल लाया और अधीक्षण अभियंता कार्यालय के बाहर आत्म हत्या करने के लिए अपने ऊपर डाल लिया। आग लगाने के लिए उसने माचिस निकाली, तभी अन्य साथियों ने उसको पकड़ लिया और हाथ से माचिस छीन ली।

विपिन ने बताया कि चार माह से उसको मानदेय नहीं मिला है। धरना प्रदर्शन करने पर एक माह का मानदेय भुगतान कर दिया जाता है, इसके बाद अधिकारी और कार्यदायी संस्था फिर भुगतान नहीं करती है। अधिकारी बस यहीं चाहते हैं, कि काम करते रहे, मानदेय न मांगो। अगर मानदेय नहीं दिया गया तो वह आत्मदाह कर लेगा। धरना प्रदर्शन के दौरान संगठन के अध्यक्ष रामकिशन, महामंत्री विष्णु सिंह ने बताया कि जब तक मानदेय भुगतान नहीं होगा, तब तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा।

संस्था को ब्लैक लिस्टेड करने को भेजी रिपोर्ट

इस सम्बन्ध में अधीक्षण अभियंता, विद्युत ने एसके श्रीवास्तव कार्यदायी संस्था के लोगों से बात हुई है। तीन में एक माह का मानदेय भुगतान करने का आश्वासन दिया है। गुरुवार से मानदेय भुगतान की प्रक्रिया शुरू करने की बात कहीं है। संस्था समय से कर्मचारियों को मानदेय नहीं दे रही है। इस कारण संस्था को ब्लैक लिस्टेड करने के लिए दक्षिणांचल विद्युत विरतण निगम के प्रबंध निदेशक को रिपोर्ट भेजी है।

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