सिलेंडर विस्फोट कांड : चादर तान कर सो रही भगतपुर पुलिस

मुरादाबाद,अमृत विचार। भगतपुर थाने की संवेदनहीन पुलिस घटनाओं की प्रवृत्ति व उसके दूरगामी असर को समझ पाने में पूरी तरह विफल है। इस दावे की पुष्टि पुलिस के बोल कर रहे हैं। एक महिला की मौत व तीन के घायल होने के बाद भी पुलिस के जेहन में घटना को लेकर कोई सवाल नहीं उठा। …
मुरादाबाद,अमृत विचार। भगतपुर थाने की संवेदनहीन पुलिस घटनाओं की प्रवृत्ति व उसके दूरगामी असर को समझ पाने में पूरी तरह विफल है। इस दावे की पुष्टि पुलिस के बोल कर रहे हैं। एक महिला की मौत व तीन के घायल होने के बाद भी पुलिस के जेहन में घटना को लेकर कोई सवाल नहीं उठा। मृतका के परिजनों की दलील को आधार बनाकर हाईप्रोफाइल घटना पर पुलिस ने मनमानी तरीके से पर्दा डाल दिया। पुलिस की कार्यप्रणाली कानून से खिलवाड़ करने वालों के मनोबल में वृद्धि करेगी, इस संभावना से फिलहाल इन्कार नहीं किया जा सकता।
भगतपुर थाना क्षेत्र में मानपुर की मजीदन पति के खतरनाक खेल की भेंट चढ़ गई। रसाई गैस का सिलेंडर फटने से नौ बच्चों की मां की अकाल मौत हो गई। सवाल उठा कि आखिरकार सिलेंडर फटा कैसे? पूछताछ में पता चला कि सहादत गुब्बारे बेचता था, जिस सिलेंडर में वह गुब्बारा फूलाने वाली गैस बनाता था, वह घरेलू गैस रखने के काम आती थी। भयावह घटना में घरेलू सिलेंडर के गैरकानूनी इस्तेमाल की पुष्टि हुई। यहां तक की मानपुर के ग्राम प्रधान ने भी माना कि घरेलू सिलेंडर में विस्फोट ही मजीदन की मौत का सबब बना।
वैज्ञानिक तर्कों व पूर्व की घटनाओं का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि सिलेंडर में विस्फोट की संभावना तभी होती है, जब गुब्बारे के लिए जरूरी गैस बनाने में सस्ते सामान का उपयोग हो। संभव है कि सहादत की यह चूक ही मजीदन की मौत का सबब बनी हो। बहरहाल, प्रकरण की तह का पता लगाने की कोशिश में सभी की नजर भगतपुर पुलिस पर टिकी। देर शाम भगतपुर पुलिस ने ऐसा दावा किया, जिसने कानून व्यवस्था की प्रासंगिकता पर ही सवाल उठा दिया।
कानून की धज्जी उड़ाने वाले कर रहे मनमानी
थाना प्रभारी ने कहा कि परिजन कानूनी कार्रवाई नहीं चाहते थे। ऐसे में पंचनामा की प्रक्रिया पूरी करने के बाद महिला का शव उनके सुपुर्द किया गया। पुलिस की इस दलील ने उन लोगों के कान खड़े कर दिए, जो कानून पर यकीन करते हैं। पूर्व में मुरादाबाद ही नहीं, बल्कि भगतपुर में भी ब्लास्ट की ऐसी कई घटनाएं हुईं, जिस पर पुलिस ने पर्दा डाल दिया। पुलिस की लापरवाही अनहोनी को लगातार बल दे रही है। कानून की धज्जी उड़ाने वाले समाज व देश की आंख में धूल झोंक कर मनमानी कर रहे हैं।
मस्जिद में विस्फोट पर भी डाला गया था पर्दा
करीब दो वर्ष पहले भगतपुर थाना क्षेत्र की एक मस्जिद में विस्फोट हुआ था। तब पुलिस ने मामले में मुकदमा भी दर्ज किया था, लेकिन घटना के असल रूप में आम नहीं की गई। बताया गया कि इत्र की फैक्ट्री में विस्फोट हुआ है। इत्र की फैक्ट्री मस्जिद के भीतर चल रही थी। वहां इत्र बनाने में ऐसे रसायनों का उपयोग किया गया, जो विस्फोट का सबब बने। अब तक भगतपुर पुलिस इत्र फैक्ट्री में विस्फोट कांड के असल गुनहगारों को पर्दे पर नहीं ला पाई। कुछ ऐसी ही दशा सिलेंडर ब्लास्ट कांड की भी है। प्रकरण की तह तक जाने की बजाय भगतपुर पुलिस चद्दर तान कर सो गई है।
ये भी पढ़ें :मुरादाबाद : सपा नेता यूसुफ मलिक की संपत्ति होगी कुर्क, डीएम ने दिया आदेश