प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर विवाद ‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण’: देवेगौड़ा

प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर विवाद ‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण’: देवेगौड़ा

बेंगलुरु। पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा को लेकर उठे विवाद को ”बेहद दुर्भाग्यपूर्ण” करार देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि भारत के शीर्ष पद पर आसीन व्यक्ति की सुरक्षा से कोई भी समझौता नहीं किया जाना चाहिए। जनता दल (सेक्युलर) के वरिष्ठ नेता ने इस बात पर भी जोर …

बेंगलुरु। पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा को लेकर उठे विवाद को ”बेहद दुर्भाग्यपूर्ण” करार देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि भारत के शीर्ष पद पर आसीन व्यक्ति की सुरक्षा से कोई भी समझौता नहीं किया जाना चाहिए। जनता दल (सेक्युलर) के वरिष्ठ नेता ने इस बात पर भी जोर दिया कि अतीत से सीखने की जरूरत है।

देवेगौड़ा ने एक ट्वीट में कहा कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। भारत के शीर्ष पद पर आसीन व्यक्ति की सुरक्षा के साथ कभी भी कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए। हमें अतीत से सीखने की जरूरत है। उल्लेखनीय है कि चुनावी राज्य पंजाब के दौरे पर गए प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में बुधवार को उस वक्त ‘गंभीर चूक’ की घटना हुई, जब फिरोजपुर में कुछ प्रदर्शनकारियों ने एक सड़क मार्ग को अवरुद्ध कर दिया जहां से उन्हें गुजरना था।

इस वजह से प्रधानमंत्री एक फ्लाईओवर पर 20 मिनट तक फंसे रहे। घटना के बाद प्रधानमंत्री दिल्ली लौट गए। वह ना तो किसी कार्यक्रम में शामिल हुए और ना ही दो साल के बाद राज्य में अपनी पहली रैली को संबोधित कर सके। इस घटना पर, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पंजाब सरकार से इस चूक के लिए रिपोर्ट मांगी है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने को कहा है जबकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री के दौरे में सुरक्षा प्रक्रिया में इस तरह की लापरवाही पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इसके लिए जवाबदेही तय की जाएगी।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इसे ‘साजिश’ करार देते हुए बुधवार को दावा किया था कि कांग्रेस के ‘खूनी इरादे’ नाकाम रहे। हालांकि, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भाजपा के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई और इसके पीछे कोई राजनीतिक मंशा नहीं थी। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उनकी सरकार किसी भी जांच को तैयार है।

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