बरेली: स्कूल में 204 बच्चों को पढ़ा रहे अकेले प्रधानाध्यापक
बरेली,अमृत विचार। सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर होती नजर नहीं आ रही है। इसका सीधा असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ रहा है। नगर क्षेत्र में कई स्कूल ऐसे हैं, जहां महज एक ही शिक्षक के भरोसे सभी बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा है। कोहाड़ापीर कंपोजिट स्कूल को ही ले लीजिए, यहां 204 …
बरेली,अमृत विचार। सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर होती नजर नहीं आ रही है। इसका सीधा असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ रहा है। नगर क्षेत्र में कई स्कूल ऐसे हैं, जहां महज एक ही शिक्षक के भरोसे सभी बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा है। कोहाड़ापीर कंपोजिट स्कूल को ही ले लीजिए, यहां 204 बच्चे पंजीकृत हैं। उन्हें पढ़ाने की जिम्मेदारी प्रधानाध्यापक ताहिर अकबर के कंधों पर है।
इस स्कूल की सभी कक्षाओं में बच्चे आते हैं। शिक्षकों के न होने के कारण वे दिनभर खेलकूद में व्यस्त रहते हैं। प्रधानाध्यापक सभी कक्षा के बच्चों को ब्लैक बोर्ड पर काम नोट कराने के अलावा अन्य दस्तावेजी कामों में उलझे रहते हैं। स्कूल परिसर में ही नगर खंड शिक्षा अधिकारी, एसआरजी और एआरपी कार्यालय भी है।
जबकि यह अधिकारी खुद अन्य स्कूलों का रोजाना औचक निरीक्षण कर शिक्षा की गुणवत्ता और स्कूली व्यवस्थाओं की रिपोर्ट तैयार करते हैं। लेकिन अफसोस, कोहाड़ापीर स्कूल की रिपोर्ट अबतक तैयार नहीं हुई है। स्कूल में आए दिन जिलाधिकारी, विधायक और मंत्रियों के दौरे भी होते रहते हैं। इसके बाद भी स्कूल में शिक्षकों की तैनाती नहीं की जा रही है।
आईबीटी से घिरे स्कूल के कमरे
स्कूल में शिक्षण कार्य के लिए प्रधानाध्यापक कक्ष समेत कुल 7 कमरे हैं । लेकिन परिसर में संचालित आईबीटी (इंट्रोड्यूज बेस्ड टेक्नोलॉजी) योजना के तहत दो कमरे घिरे हुए हैं। योजना के तहत आउट ऑफ स्कूल बच्चों को रोजगार परक प्रशिक्षण दिया जाता है। कमरे में प्रशिक्षण से संबंधित उपकरण रखे हैं। इसके अलावा दूसरे कमरे में फर्नीचर रखवाए गए हैं। इस कारण स्कूल में अधिक छात्र संख्या होने के कारण कई बार बच्चों को बैठाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
स्कूल में शिक्षकों के न होने से बच्चों का शिक्षण कार्य कराने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा अन्य विभागीय कार्यों को भी समय से पूरा करना पड़ रहा है। शिक्षकों की तैनाती के लिए कई बार अधिकारियों के साथ पत्राचार किया गया है, लेकिन अभी तक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया है।—ताहिर अकबर, प्रधानाध्यापक, कंपोजिट स्कूल
स्कूल में शिक्षकों की तैनाती शासन स्तर से होनी है, इसके लिए पत्र भेज कर शिक्षकों की मांग की गई है। स्कूल में शिक्षण व्यवस्था को बेहतर किया जाएगा।—त्रिलोकी सिंह गंगवार, नगर खंड शिक्षा अधिकारी