बरेली: पटाखा बाजार पर महंगाई की मार, इको फ्रेंडली हुए पटाखे
बरेली, अमृत विचार। इस बार पिछले साल के मुकाबले पटाखे का बाजार हल्का है। इसके पीछे महंगाई व पटाखे की बढ़ीं कीमतें बताई जा रही हैं। पहले के मुकाबले इस बार बाजार काफी हल्का है। इसका एक मुख्य कारण तमिलनाडु में ज्यादा बारिश होना भी है। दुकानदारों की माने तो आतिशबाजी का कम आना भी …
बरेली, अमृत विचार। इस बार पिछले साल के मुकाबले पटाखे का बाजार हल्का है। इसके पीछे महंगाई व पटाखे की बढ़ीं कीमतें बताई जा रही हैं। पहले के मुकाबले इस बार बाजार काफी हल्का है। इसका एक मुख्य कारण तमिलनाडु में ज्यादा बारिश होना भी है। दुकानदारों की माने तो आतिशबाजी का कम आना भी इसकी वजह है।
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इस बारे में सौ फुटा रोड पर पटाखा कारोबारी आशीष सिंघल ने बताया कि इस बार बाजार काफी हल्का है। तमिलनाडू के शिवकाशी में बारिश के कारण आतिशबाजी कम आई है। डीजल भाड़े के दाम में बढ़ोतरी की वजह से दामों में उछाल आया है। सुप्रीम कोर्ट ने बेरियम सॉल्ट पर रोक लगा दी है।
पहले के मुकाबले पटाखे हुए प्रदूषण मुक्त
एनजीटी के निर्देशन के बाद अब सभी पटाखे प्रदूषण मुक्त बनाए जा रहे हैं। पटाखों में वातावरण को नुकसान न पहुचाने वाली सामग्री मिलाई जा रही है। जिस कारण अब इससे प्रदूषण नहीं फैलेगा।
बाजार में आए नए पटाखे
इस बार बाजार में जाली बॉबी थ्री कलर, फुलझड़ी स्काई शॉट आदि नई बैराइटी की आतिशबाजी बाजार में ग्राहकों को ज्यादा पसंद आ रही है। बच्चों के लिए फुलझड़ी, अनार, सूतली की ज्यादा डिमांड है।
10 रुपए से लेकर 10 हजार रुपए की कीमत
इस समय बाजार में अनार के दाम 50 रुपए से लेकर 500 रुपए तक हैं। सीता-गीता 120 रुपए से शुरू होककर 150 रुपए तक कीमत के हैं।
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