बरेली: अफसरों की अनदेखी, परवान नहीं चढ़ पा रही पेयजल योजना
बरेली, अमृत विचार। जिले के 1850 गांवों में जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल पहुंचाए जाने के लिए कवायद चल रही है, लेकिन इस योजना में जिम्मेदारों की उदासीनता उभर कर आ रही है। कहीं पर पाइप लाइन खोदकर डाल दी गई है तो कहीं पर अब तक पानी की टंकी बनाए जाने …
बरेली, अमृत विचार। जिले के 1850 गांवों में जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल पहुंचाए जाने के लिए कवायद चल रही है, लेकिन इस योजना में जिम्मेदारों की उदासीनता उभर कर आ रही है। कहीं पर पाइप लाइन खोदकर डाल दी गई है तो कहीं पर अब तक पानी की टंकी बनाए जाने के लिए काम शुरु नहीं हो सका है। बिथरी चैनपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत पुरनापुर में जल जीवन मिशन के तहत पानी की टंकी बनने का काम तक शुरु नहीं किया गया है।
यहां पर चाहरदीवारी बनाए जाने के बाद दो कमरे बना दिए गए हैं। पूरे गांव की सड़कों की दुर्दशा कर दी गई है। कहीं पर पाइप लाइन खोदने के बाद तो गड्ढे तक नहीं भरे गए हैं। गांव की गलियां सकरी होने की वजह से आवागमन में भी काफी परेशानी हो रही है। सड़कों की मरम्मत न कराए जाने के कारण बारिश का पानी भर जाता है और जलनिकासी की भी समुचित व्यवस्था नहीं है।
ऐसे में पेयजल योजना ग्रामीणों के लिए मुसीबत बन गई है। पानी की टंकी की अनुमानित लागत करीब 211 करोड़ रुपये है। ग्रामीणों का कहना है कि जिम्मेदारों द्वारा मनमाने तरीके से काम कराया जा रहा है। इस गांव की आबादी लगभग 4200 है। पाइप लाइन खोदे जाने के बाद अभी तक किसी भी घर में एक भी नल नहीं लगाया गया है। अगर इस हिसाब से ही काम होता रहा तो हर घर पानी पहुंचना मुश्किल नजर आ रहा है।
जिले की सभी ग्राम पंचायतों में हर घर नल योजना के तहत पानी की टंकी बनाई जानी है। कार्यदायी संस्था के जिम्मेदारों को कार्य में तेजी लाए जाने के निर्देश दिए गए हैं— कुमकुम, अधिशाषी अभियंता, जल निगम।
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