बरेली: वीसी सहित कई स्टाफ के संक्रमित होने के बाद बीडीए दफ्तर में सन्नाटा

बरेली, अमृत विचार। बीडीए कार्यालय में वीसी सहित कई स्टाफ के संक्रमित निकलने और कइयों की तबीयत खराब होने की वजह से बीडीए में कामकाज प्रभावित हो गया है। नए भवनों के नक्शे और कॉलोनियों के ले-आउट आदि पास करने के काम नहीं हो पा रहे हैं। दशहत की वजह से यहां बाहरी व्यक्तियों का …
बरेली, अमृत विचार। बीडीए कार्यालय में वीसी सहित कई स्टाफ के संक्रमित निकलने और कइयों की तबीयत खराब होने की वजह से बीडीए में कामकाज प्रभावित हो गया है। नए भवनों के नक्शे और कॉलोनियों के ले-आउट आदि पास करने के काम नहीं हो पा रहे हैं। दशहत की वजह से यहां बाहरी व्यक्तियों का आना जाना भी काफी कम हो गया है। ज्यादातर कर्मचारी व इंजीनियर छुट्टी लेकर घर पर बैठ गए हैं।
बीडीए वीसी जोगिंदर सिंह के चालक की कोरोना की वजह से मृत्यु हो चुकी है। इसके अलावा बीडीए वीसी, उनके पीआरओ संतोष कुमार समेत कई स्टाफ भी पॉजिटिव आने के बाद होम क्वारंटाइन हो गए हैं। इसके अलावा बीडीए के कई सहायक व अवर अभियंता भी संक्रमित हुए हैं। इसके अलावा कई की तबीयत खराब है और उनमें भी कोरोना के लक्षण दिख रहे हैं।
कुछ दिन पहले अधीक्षण राजीव दीक्षित भी कोरोना की चपेट में आ गए थे। अब उनके निगेटिव आने के बाद अब उन्होंने कार्यालय आना शुरू कर दिया है। मंगलवार को उन्होंने अपनी मौजूदगी में करोड़ों रुपये के काम शुरू कराने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी की। इसके अलावा सचिव, मुख्य अभियंता सहित दूसरे कई अधिकारी काफी समय से छुट्टी पर चल रहे हैं। इस वजह से कार्यालय में जनता से जुड़े कामों को करने से परहेज किया जा रहा है। ऐसे में नए भवनों के नक्शे पास कराने सहित कॉलोनियों के ले-आउट पास कराने, शमन, अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण सहित कई दूसरे काम भी नहीं हो पा रहे हैं।
लोगों भी कम संख्या में आ रहे
हालांकि बीडीए में कोरोना फैलने के बाद यहां आने वाले लोगों की संख्या में काफी कमी हो गई है। मंगलवार को भी यहां ज्यादातर स्टाफ गायब रहा। कई लोग जुकाम और बुखार की शिकायत बताते हुए घर में क्वारंटाइन हैं। अब कर्मचारियों को शिफ्टों में भी बुलाया जा रहा है। यहां पिछले साल भी कोरोना से कई कर्मचारी संक्रमित हो गए थे। उस समय से सैनिटाइजेशन के साथ ही कई दिनों तक कार्यालय बंद रहा था। इस बार भी कोरोना को लेकर यहां हालात बेकाबू हो गए हैं।
बीडीए बोर्ड के सदस्यों ने फिर शुरू किया विरोध
बीडीए बोर्ड के सदस्यों ने 27 अप्रैल की बैठक के भी नियमानुसार न बुलाए जाने के बाद अपनी लिखित आपत्ति बीडीए वीसी जोगिंदर सिंह को भेज दी है। इससे पहले 19 अप्रैल को बुलाई गई बैठक को लेकर भी आपत्तियां मिलने के बाद बीडीए इस बैठक को पहले ही निरस्त कर चुका है। बीडीए के अधिकारियों ने 19 अप्रैल को बीडीए बोर्ड की बैठक बुलाने के लिए बैठक की सूचना जारी की थी, उसे लेकर बोर्ड के कई सदस्यों ने यह विरोध करते हुए कहा था कि बैठक की सूचना बीडीए सचिव के बजाय अधीक्षण अभियंता की ओर से जारी की गई थी। इसे प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताया था। इस पर भी आपत्ति हुई थी कि बैठक की सूचना नियमानुसार 15 दिन पहले और एजेंडा कम से कम 10 कार्य दिवस पहले जारी होना चाहिए।
इस विरोध के बाद बीडीए ने 19 अप्रैल की बैठक तो निरस्त हो गई लेकिन 27 अप्रैल को बैठक की जो नई सूचना जारी हुई है, वह भी समय से जारी न होने की बात कहते हुए बोर्ड सदस्यों ने विरोध किया है। बीडीए बोर्ड के सदस्य व पार्षद सतीश चंद्र सक्सेना मम्मा, नरेश शर्मा बंटी, आरेंद्र अरोरा कुक्की, उमेश चौरसिया, हर्षवर्धन आर्या ने बीडीए वीसी के पास 27 अप्रैल की बैठक को लेकर भी लिखित आपत्ति भेज दी है।