Kanpur: अलग-अलग थाना क्षेत्रों में जिंदगी से हारकर चार लोगों ने चुनी मौत, परिजनों में मचा कोहराम

कानपुर, अमृत विचार। अकेलापन, निराशा और अपनों को खोने के गम में चकेरी, रावतपुर, गुजैनी व जूही थाना क्षेत्र में एक महिला समेत चार लोगों ने अपनी जान दे दी।
पत्नी की मौत पर लगाया फंदा
चकेरी के ओमपुरवा निवासी आर्डिनेंस कर्मी राम आसरे के 30 वर्षीय बेटे अतुल कुमार ने ढाई साल पहले मरियम नौशाद से प्रेम विवाह किया था और परिवार से अलग श्यामनगर में किराए पर कमरा लेकर रहता था। अतुल कॉल सेंटर चलाता था। परिजनों के अनुसार अतुल ने गर्भवती पत्नी को शुक्रवार शाम एक नर्सिंगहोम में भर्ती कराया, जहां उसकी मौत हो गई। इसी गम में अतुल ने पंखे के कुंडे से फंदा लगाकर जान दे दी।
अवसाद में कर ली आत्महत्या
जूही थानाक्षेत्र में सावलदास समाधि के पास रहने वाली 40 वर्षीय विध्यवासिनी मिश्रा ने फंदा लगाकर जान दे दी। भाई श्रीनारायण ने बताया कि 12 साल पहले बहनोई ने उसे छोड़ दिया था। इसके बाद बहन उनके साथ रह रही थी। अकेलेपन के कारण गुमसुम और परेशान रहती थी। शुक्रवार शाम कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
बीमारी से ऊबकर चुनी मौत
गुजैनी गांव निवासी 25 वर्षीय वैन चालक ने शुगर की बीमारी से आजिज आकर 14 मार्च को फंदा लगाकर जान देने का प्रयास किया था। परिजनों ने उसे हैलट अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां शुक्रवार रात मौत हो गई। पत्नी सुशीला और मां मतनिया ने बताया कि बीमारी के कारण वह डिप्रेशन में रहता था। मामूली बात पर परिजनों से झगड़ जाता था। पत्नी से कलह होती थी। इसी तनाव में उसने जान दे दी।
दहेज हत्या की रिपोर्ट पर जान दी
शिवराजपुर निवासी 30 वर्षीय आदित्य पाल प्राइवेट नौकरी करता था। मां उमा देवी ने बताया कि ढाई साल पहले उसकी पत्नी संध्या ने जहर खाकर जान दे दी थी। ससुराल पक्ष ने ने दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद से आदित्य तनाव में रहता था। भाई राहुल ने बताया कि मानसिक उलझन में उसने जहर खा लिया था। रावतपुर स्थित नर्सिंगहोम में शुक्रवार रात उसकी मौत हो गई।