Kanpur: बिठूर महोत्सव में दिखेगी यूपी और महाराष्ट्र की संस्कृति की झलक, अनूप जलोटा के भजन होंगे महोत्सव का आकर्षण

कानपुर, अमृत विचार। इस बार बिठूर महोत्सव में यूपी और महाराष्ट्र की संस्कृति की झलक दिखेगी। पद्मश्री अनूप जलोटा के भजन गूंजेंगे और पुणे का गोदावरी से गंगा-जमुना पर आधारित लोकगीत, विराट कवि सम्मेलन महोत्सव को यादगार बनाएंगे। ऐतिहासिक व धार्मिक बिठूर का गुणगान कानपुर कथक कला केंद्र की गणेश वंदना, प्रिंस डांस ग्रुप का प्रभु कृष्ण पर आधारित धार्मिक मंचन से होगा। तीन दिवसीय महोत्सव में स्थानीय प्रतिभाओं को भी मंच मिलेगा।
21 से 23 मार्च तक होने वाले महोत्सव की शुरुआत स्कूली बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम से होगा। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने सीडीओ दीक्षा जैन की अगुवाई में कमेटी गठित कर महोत्सव की तैयारियां पूरी करा दी हैं। अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में कवि हरिओम पवार, डॉ. सुनील जोगी, प्रवीण शुक्ला, शशिकांत यादव, कमलेश शर्मा, अभय निर्भीक, शबीना अदीब, हेमंत पांडेय, शिवशरण बंधु, शंभू शिखर व मुकेश श्रीवास्तव काव्य पाठ करेंगे।
तीन दिवसीय महोत्सव की रूपरेखा
21 मार्च – सुबह 11 बजे से महोत्सव की शुरुआत होगी। स्कूल के छात्र-छात्राएं नृत्य, रंगोली, स्लोगन व कला प्रतियोगिता में शामिल होंगे। अपराह्न 4 बजे मुख्य अतिथि पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद कानपुर कथक कला केंद्र की ओर से गणेश वंदना व गंगा अवतरण से संबंधित कार्यक्रम होगा। प्रिंस डांस ग्रुप प्रभु कृष्ण व भारतीय तिरंगा झंडा से जुड़ी प्रस्तुति देंगे। पुणे का गोदावरी से गंगा-जमुना तक विषय पर आधारित लोकगीत प्रस्तुत होगा। शाम 7 बजे विनोद कुमार द्विवेदी व आयुष द्विवेदी ध्रुपद गायक जलवा बिखेरेंगे। रात 8 बजे से भजन संध्या में पद्मश्री अनूप जलोटा भजन सुनाएंगे।
22 मार्च - विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राएं नृत्य, गायन, लघु नाटिका मंचन, कुशान पटेल ग्रुप का क्विज कार्यक्रम, स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति, श्रीराम कला केंद्र का रामायण आधारित नाट्य प्रस्तुति व रात 8 बजे से अखिल भारतीय कवि सम्मेलन।
23 मार्च - मराठा ग्रुप ऐतिहासिक शस्त्रों का प्रस्तुतीकरण देगा। नाना राव पेशवा के जीवन पर व्याख्यान, अभय मांडके इंदौर का गीत रामायण प्रस्तुतीकरण, जीवन धर्माधिकारी मराठा ग्रुप देशभक्ति गीत गायन, नाना राव पेशवा के चरित्र की डाक्यूमेंट्री, वीडियो क्लिप से बिठूर की संस्कृति व महोत्सव की झलकियां, छात्रों व मराठों का 1857 के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के प्रयुक्त शस्त्रों का प्रदर्शन, मराठा रेजीमेंट की मलखंभ व बैंड वादन प्रस्तुति, हरिहरपुर घराना आजमगढ़ का रानी लक्ष्मीबाई का व्यक्तित्व, बिठूर के इतिहास के संबंध में प्रस्तुति व गंगा अर्चना से कार्यक्रम का समापन होगा।