पीलीभीत: मूल्यांकन प्रशिक्षण में 615 परीक्षकों की अनुपस्थिति, स्पष्टीकरण की मांग

पीलीभीत, अमृत विचार: यूपी बोर्ड की परीक्षा समाप्त होने के बाद कॉपियों के मूल्यांकन की तैयारियां शुरु कर दी गई हैं। बोर्ड की ओर से 19 मार्च से मूल्यांकन कार्य शुरू कराया जाएगा। इससे पहले ड़्यूटी में लगाए गए 1021 परीक्षक को प्रशिक्षण के लिए आमंत्रित किया गया था। मगर, प्रशिक्षण में 615 परीक्षक गैरहाजिर हो गए।
जबकि 406 ने प्रशिक्षण में प्रतिभाग किया। इन सभी को बोर्ड की गाइडलाइन का पाठ पढ़ाया गया है। इधर, प्रशिक्षण से गायब रहने वाले परीक्षकों का स्पष्टीकरण तलब होगा।
बता दें कि यूपी बोर्ड की परीक्षा संपन्न होने के बाद अब मूल्यांकन को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। ताकि समय से रिजल्ट घोषित कर दिया जाए। बोर्ड की ओर से 19 मार्च को मूल्यांकन का कार्य शुरु होगा। इसको लेकर जिले में दो मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं।
जिसमें ड्रमंड राजकीय इंटर कॉलेज और राजकीय बालिका इंटर कॉलेज शामिल हैं। बोर्ड की ओर से 218660 कॉपियां अलॉट की गई हैं। इनमें 125621 हाईस्कूल और 93039 इंटरमीडिएट की कॉपी है। इनको जांचने के लिए जीजीआईसी में 657 परीक्षक और 66 डीएचई की ड्यूटी लगाई गई है।
वहीं इंटरमीडिएट में 364 परीक्षक 39 डीएचई कॉपी की जांच करेंगे। इससे पहले मंगलवार को मूल्यांकन प्रशिक्षण की बैठक बुलाई गई थी। जिसमें जीजीआईसी में 657 में 240 परीक्षक बैठक में उपस्थित हुए। ड्रमंड कॉलेज में 364 में 166 उपस्थित रहे।
डीआईओएस डॉ. अचल कुमार मिश्र ने कहा कि इस बार मूल्यांकन के साथ ही पांच फीसदी कापियों की पड़ताल होगी। जांचने में लापरवाही मिलने पर मानदेय में कटौती भी की जाएगी। प्रत्येक परीक्षक का समयबद्ध तरीके से ही कॉपियों का मूल्यांकन पूरा करना होगा।
नई व्यवस्था से उत्तर पुस्तिकाओं की समय से जांच हो सकेगी और परिणाम भी जल्दी आ सकेगा। प्रशिक्षण से पहले सभी को ड्यूटी जॉइन करने के लिए निर्देश हैं। जो शिक्षक अपनी ड्यूटी नहीं जॉइन करेंगे, उनकी सूची बोर्ड को भेजी जाएगी। प्रत्येक परीक्षक को मानदेय दिया मिलेगा।
डीआईओएस ने बताया कि मूल्यांकन को लेकर समस्त परीक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया है। जो भी परीक्षक अनुपस्थित रहे। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ये भी पढ़ें- पीलीभीत: कीटनाशक छिड़काव के दौरान बिगड़ी तबीयत, मौत