कानपुर में अजब-गजब मामला आया सामने; मीटरों में आग लगाकर बिल बचा रहे केस्को उपभोक्ता, इस तरह से खुला पूरा खेल
दो मामलों की जांच पूरी होने पर खुला खेल, रिपोर्ट मुख्यालय भेजी

कानपुर, अमृत विचार। बिजली बिल अधिक न आए, इसके लिए अभी तक लोग कटिया डालते थे या मीटर में छेड़छाड़ करते थे लेकिन अब मीटरों में आग तक लगा दी जा रही है ताकि बढ़ी हुई रीडिंग ही न दिख सके। रीडिंग नहीं दिखेगी तो बिल का भुगतान भी नहीं होगा।
केस्को के पास दिसंबर माह में 40 से अधिक ऐसे मामलों की शिकायत पहुंची, जिसमे मीटर आग से जलने और चोरी होने की जानकारी दी गई है। इनमे से 24 मामलों की जांच टेस्टिंग एवं मीटरिंग विभाग कर रहा है। इसमे से पांच मामले इंडस्ट्रियल क्षेत्र के हैं, जिनमें मीटरों में आग लगने की शिकायत की गई है।
संदेह के आधार पर केस्को के इंजीनियरों ने मामलों की जांच कराने की योजना बनाई और सारी शिकायतें एकत्र कीं। इंजीनियरों ने आग लगने वाले मीटरों में लगी चिप निकाल ली है और उसमे स्टोर रीडिंग की जांच कराई जा रही है। जांच में पता चला है कि शताब्दी नगर और रतनपुर के दो उपभोक्ताओं के घरों में जानबूझ कर मीटर जलाए गए हैं।
मीटरिंग एवं टेस्टिंग इकाई के अधिशासी अभियंता बागीश कुमार के मुताबिक मीटर जलने के 24 मामलों की जांच हो रही है। दो मामलों में रीडिंग स्टोर पकड़ी गई है। मीटर रीडरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए मुख्यालय रिपोर्ट भेजी गई है।
इन लोग के मीटर पाए गए जले हुए
आईडीजीए कॉलोनी के मो. उमैर, बकरमंडी की शदरुनिशा, बरसायपुर के ईश्वरचंद गुप्ता, पनकी रोड के लाल जी, हितकारी नगर डी ब्लाक के अब्दुल हाफिज खान, रावतपुर की राज रानी, एचबीटीआई कॉलोनी वेस्ट कंपाउंड में द डायरेक्टर, बाबूपुरवा के अब्दुल हमीद, किदवई नगर के आरके दीक्षित, बाबूपुरवा के राजा राम, पनकी साइट नंबर एक में धमेंद्र कुमार गुप्ता, इस्पात नगर में अभय पांडेय, श्याम नगर व रामपुरम के सरफराज का मीटर जला हुआ मिला है।
इसके अलावा कोयला नगर की पूजा गुप्ता, शंकर नगर के राजेश कुमार सिंह, कृष्णा नगर के वीके शर्मा, कृष्णापुरम के रंजीत सिंह, परमपुरवा के रमाकांत निषाद, बैरी कल्यानपुर की किरन सोनकर, गज्जूपुरवा में मो.आसिफ लारी, कैंट, छोटी बीबी का हाता में राजेश कुमार, विकास नगर राजकीय उन्नयन बस्ती में श्रीकृष्ण कुमार व बिनगवां नौबस्ता में गारगी चरण मिश्रा का मीटर जला पाया है।
शॉर्ट सर्किट कर लगाते थे आग
केस्को अधिकारियों के मुताबिक बिल न चुकाना पड़े, इसलिए यह लोग किसी प्रकार शॉटसर्किट कर मीटर में आग लगा देते थे, ऐसा किसी बिजली कर्मी के मदद से किया जाता है। मीटर में लगी चिप जलने से रीडिंग नहीं पता चल पाती। लेकिन चिप पूरी तरह नहीं जलने के दो मामले सामने आए। बाकी की जांच हो रही है। एक उपभोक्ता ने मेन मीटर व पोल मीटर को भी जला दिया था। बाबूपुरवा के एक उपभोक्ता ने मीटर जलने के बाद आईजीआरएस पर शिकायत तक की थी।