Israel Hamas War : इजरायली हमलों से गाजा पट्टी में कोहराम, तीन दिन में मारे गए 200 से अधिक बच्चे

Israel Hamas War : इजरायली हमलों से गाजा पट्टी में कोहराम, तीन दिन में मारे गए 200 से अधिक बच्चे

जिनेवा। संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने कहा है कि इजरायली हमलों के परिणामस्वरूप मंगलवार से अब तक गाजा पट्टी में कम से कम 200 बच्चे मारे गये हैं। गाजा में यूनिसेफ की अधिकारी रोसालिया बोलन ने गुरुवार को अल जजीरा प्रसारक से कहा, 18 मार्च की सुबह से भारी गोलाबारी फिर से शुरू होने के बाद से अब तक 200 से अधिक बच्चे मारे गये हैं। उन्होंने बताया कि हजारों बच्चे गंभीर रूप से घायल हुए हैं और हाल के दिनों में लड़ाई के कारण गाजा पट्टी के अस्पताल इस जिम्मेदारी को संभालने में असमर्थ हैं। 

बोलन ने कहा कि गाजा पट्टी में खाद्य नाकाबंदी का वहां के निवासियों पर भारी प्रभाव पड़ा है, जिन तक बुनियादी आवश्यकताओं तक की पहुंच नहीं हो पा रही है। यूनिसेफ अधिकारी ने कहा कि गाजा पट्टी में आपातकालीन सेवाओं के लिए भी कोई सुरक्षित स्थान नहीं बचा है। गौरतलब है कि इजरायली रक्षा बलों ने मंगलवार को फिलिस्तीनी एन्क्लेव के खिलाफ हमले फिर से शुरू कर दिये। 

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि हमास द्वारा युद्धविराम व्यवस्था को आगे बढ़ाने और बंधकों की रिहाई जारी रखने की अमेरिकी योजना को स्वीकार करने से इनकार करने के जवाब में हमले फिर से शुरू किए गए हैं। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, एन्क्लेव पर इजरायली हमलों से मरने वालों की संख्या 590 से अधिक हो गयी है। 

ये भी पढे़ं : तहव्वुर राणा की भारत प्रत्यर्पण पर रोक संबंधी नयी याचिका पर सुनवाई करेगा अमेरिकी उच्चतम न्यायालय 

ताजा समाचार

IPL 2025 : मैथ्यू हेडन बोले-RCB की टीम में इस बार कुछ खास, क्रुणाल पांड्या शानदार पसंद  
बहराइच: ग्रामीण मजदूरों के लिए संजीवनी है मनरेगा योजना- बीडीओ
Stock Market: शुल्क से जुड़े घटनाक्रमों और विदेशी निवेशकों की गतिविधियों से तय होगी शेयर बाजार की दिशा
डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन 5 लाख 30 हजार से अधिक प्रवासियों को अस्थायी कानूनी दर्जा से करेगा वंचित 
कपिल सिब्बल ने निर्वाचन आयोग को बताया ‘निष्क्रिय’ और ‘विफल संस्था’, कहा- एक बड़े वर्ग को इस पर भरोसा नहीं
लखीमपुर खीरी में गेहूं खरीद के नए निर्देश, निर्धारित से अधिक स्टॉक मिलने पर क्रय केंद्र प्रभारी होंगे जिम्मेदार