Kanpur में युवक ने दी जान: सुसाइड नोट में लिखा- 'कई रातों से सो नहीं पाया', इस वजह से थे परेशान...
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कानपुर, अमृत विचार। हम आज कई रोज से परेशान हैं। ई रिक्शे की कमाई से घर बहुत मुश्किल से चल रहा है। वास्तव बैंक से जो 5.80 लाख लोन लिया है उसकी किस्त हर महीने 9 हजार रुपये देनी पड़ रही है। जो हम नहीं निकाल पा रहे हैं। हम अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रहे हैं। इसमें मेरे घर वालों का कोई हाथ नहीं है। जब से वास्तव बैंक के लोन से घर बनवाया तब से बहुत परेशान हो गए। आज कई रातों से हम नहीं नहीं पाए हैं। सुसाइड नोट पर मौत से पहले ये बातें लिखकर अधेड़ ने जान दे दी।
दुर्गा विहार चकेरी निवासी 52 वर्षीय साजिद हुसैन ई-रिक्शा चलवाते थे। साजिद के परिवार में पत्नी नाजिश तब्बसुम और दो भाई मुजाहिद और खालिद हैं। साजिद के साले नसीम के अनुसार घर को बनवाने के लिए साजिद ने वास्तव बैंक से करीब छह माह पूर्व 5.80 लाख रुपये का लोन लिया था। जिसकी प्रति माह करीब नौ हजार रुपये की किश्त जा रही थी। लोन लेने के बाद उनका काम ठंडा पड़ गया था। हर माह किश्त जानी होती थी। जिसके कारण साजिद काफी परेशान रहते थे।
अवसाद में आने के कारण वह अक्सर परिजनों से लोन लेकर गलत कदम उठाने की बात कहते थे। साले नसीम ने बताया कि पांच मार्च को साजिद ने फांसी लगाकर जान देने का प्रयास किया था। उस दौरान मुजाहित की पत्नी ने देख लिया। शोर मचाने पर इलाके के लोग आ गए और उन्हें फंदे से उतार लिया गया। इसके बाद आनन-फानन उन्हें हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पर इलाज के दौरान बुधवार देर रात साजिद ने दम तोड़ दिया। परिवार वालों को उनके कमरे से सुसाइड नोट मिला था, जिसकी पुलिस जांच कर रही है।
परिजनों ने आरोप लगाया कि बैंक ने लोन देने के दौरान मकान के पेपर अपने पास रख लिए। वह पेपर बैंक के अधिकारियों के पास अभी भी हैं। साजिद को इस बात का भी डर था कि उनका मकान न चला जाए। इस संबंध में चकेरी इंस्पेक्टर संतोष कुमार शुक्ला ने बताया कि परिवार की ओर से अभी तक कोई तहरीर नहीं आई है। शिकायत आने पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।