कानपुर में आर्डिनेंस कर्मी के पुत्र समेत तीन युवाओं ने दी जान; फंदे से शव लटके देख परिजनों के उड़े होश
फीलखाना, अर्मापुर और बिधनू थानाक्षेत्र में हुईं घटनाएं

कानपुर, अमृत विचार। शहर के अलग-अलग थानाक्षेत्रों में संदिग्ध परिस्थितियों में आर्डिनेंस कर्मी समेत तीन युवाओं ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने मंगलवार सुबह फांसी के फंदे पर लटकते शव देखे तो चीखपुकार मच गई। सूचना पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटना की जांच पड़ताल की। फिलहाल पुलिस परिजनों ने घटना के पीछे के कारणों को तलाश रही है।
अर्मापुर थानाक्षेत्र में रहने वाले आर्डिनेंस कर्मी कालिका सिंह के 27 वर्षीय पुत्र आकाश सिंह ने संदिग्ध परिस्थितियों में सोमवार देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिवार में आकाश के तीन और भाई कौशल, अभिषेक और विवेक सिंह हैं। मौसा अनिल के अनुसार सोमवार रात सभी लोग खाना खाकर अपने-अपने कमरे में सो गए। इसके बाद मंगलवार सुबह जब वह कमरे से बाहर नहीं आया तो आवाज देकर बुलाया। कोई जवाब न आने पर दरवाजा खटखटाया तो अंदर से बंद था।
इसके बाद दरवाजा तोड़ा गया जहां उसका शव फांसी के फंदे से लटक रहा था। इसी प्रकार फीलखाना थानाक्षेत्र में बिरहाना रोड निवासी अरुण मिश्रा का 17 वर्षीय नाबालिग पुत्र अनुज मिश्रा हाईस्कूल में था। परिजनों ने बताया कि पिता की बीमारी के चलते वह पिछले सप्ताह पत्नी मीना के साथ इलाज कराने दिल्ली गए हुए हैं। वहीं बड़ा भाई अजय अमेठी गया हुआ है। अनुज घर पर बाबा शिवाकांत के पास रह रहा था।
परिजनों ने बताया कि सोमवार रात उसने खाना बनाने में मदद की और क्रिकेट खेलकर आया। इसके बाद देर रात उसने कमरे में जाकर फांसी लगा ली। मंगलवार सुबह कमरे का दरवाजा खुला था बाबा जब अंदर पहुंचे तो देखा शव फंदे से लटक रहा था। वहीं बिधनू थानाक्षेत्र की खड़ेसर चौकी क्षेत्र के कठारा गांव निवासी 26 वर्षीय अमित कुमार ने फांसी लगाकर जान दे दी। वह बाइक रिपेरिंग का काम करता था।
पिता रामस्वरूप के अनुसार तीन भाई राजकुमार, सुनील में अमित तीसरे नंबर का था। शादी के बाद अमित पत्नी कोमल व एक तीन वर्षीय बेटी शगुन के साथ रहता था। बताया कि सोमवार देर रात करीब ढाई बजे उसने दुपट्टे के सहारे कच्ची छत पर लगी बल्ली से फांसी लगाकर मौत को गले लगा लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक ने तीनों घटनाओं में जांच की। परिजनों घटना के पीछे के कारण नहीं बता सके हैं।
ये भी पढ़ें- Kanpur: भाई! गंगा में नहाकर आज सारे पाप धुल जाएंगे; टल्ली होने के बाद कारोबारी का इकलौता बेटा उतरा नहाने, चली गई जान