Kanpur: माफ कीजिए, कुत्ते काटते रहेंगे-मौत बांटते रहेंगे, अधिकारी बोले- हमारे हाथ नियम-कानून से बंधे, कुछ नहीं कर सकते

बंध्याकरण के बाद कुत्तों को पकड़े गए स्थान पर ही छोड़ने का नियम है

Kanpur: माफ कीजिए, कुत्ते काटते रहेंगे-मौत बांटते रहेंगे, अधिकारी बोले- हमारे हाथ नियम-कानून से बंधे, कुछ नहीं कर सकते

कानपुर, अमृत विचार। घरों के अंदर कुत्तों के काटने की घटनाएं आमतौर पर कभी-कभार ही होती हैं लेकिन सड़कों पर आवारा कुत्ते रोज लोगों को काटते हैं। सड़कों पर कुत्तों के काटने और दौड़ाने से दो पहिया वाहन सवारों के गिरने की घटनाएं तेजी से बढ़ गई हैं। घनी आबादी क्षेत्र से लेकर पाॅश इलाके तक कुत्तों के आतंक का शिकार हैं। 

एंटी रैबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिये उर्सला अस्पताल में रोज बड़ी संख्या में पीड़ित पहुंच रहे हैं, तो तमाम लोग हाथ-पैर में प्लास्टर चढ़वा चुके हैं। कुत्तों का आतंक बढ़ने के बावजूद नगर निगम अपनी नाकामी पर परदा डालता रहता है। अधिकारियों का कहना है कि उनके हाथ नियम-कानून से बंधे हैं। 

नगर निगम सीमा में डेढ़ लाख से ज्यादा कुत्तों की फौज सड़क पर आवारगी कर रही है। इनमें सिर्फ 45 हजार कुत्तों का ही बंध्याकरण हो पाया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत बंध्याकरण के बाद कुत्तों को पकड़े गए स्थान पर छोड़ दिया जाता है। 

इस नियम से बंधा नगर निगम

एनीमल बर्थ कन्ट्रोल ‘डाग्स’ रूल, 2001 के अनुसार आवारा कुत्तों को उनके मूल स्थान से हटाना प्रतिबंधित है।
सर्वोच्च न्यायालय के आदेश दिनांक 18.11.2015 के अनुपालन में नगर से आवारा कुत्तों को पकड़कर किसी अन्य स्थान पर छोड़ना प्रतिबन्धित है। आवारा कुत्तों की जनसंख्या नियंत्रित करने के लिए  बंध्याकरण कार्यक्रम चलाया जा सकता है, लेकिन बाद में कुत्ते को पकड़े गए स्थल पर छोड़ना जरूरी है। 

किशनपुर में जल्द शुरू होगा एनीमल बर्थ कन्ट्रोल सेंटर

मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ. आरके निरंजन ने बताया कि फूलबाग में एनीमल बर्थ कन्ट्रोल सेंटर स्थापित कर दो गाड़ियों से विभिन्न  स्थानो से रोज 40 निराश्रित कुत्तों को पकड़कर बंध्याकरण कराया जा रहा है। इन कुत्तों को कुछ दिन बाद पकड़े हुए  स्थान पर फिर छोड़ दिया जाता है।  अब तक 45000 कुत्तों का बंध्याकरण हो चुका है। एक अन्य एनीमल बर्थ कन्ट्रोल सेंटर का निर्माण किशनपुर में किया जा रहा है।

कुत्तों को टीका लगाना अवश्यक है। कुत्ता अगर काट ले तो सबसे पहले घाव को बहते हुए पानी में साबुन लगाकर अच्छे से धोना चाहिए। इसके बाद 24 घंटे के अंतराल में एंटी रैबीज इंजेक्शन जरूर लगवाना चाहिए।- डॉ. हरिदत्त नेमी, सीएमओ।

पहले भी हुईं घटनाएं  

- गोविंद नगर थानाक्षेत्र में भोला की छह वर्षीय पुत्री खुशी को कुत्तों के झुंड ने नोच-नोच कर मार डाला था। 
- बिधनू में कुत्ते ने 65 लोगों को काटा था। 
- ग्वालटोली में कुत्ते ने एक स्कूल में बच्चों व शिक्षक को काट लिया था।
- मरियमपुर में वाहन चालक पर हमला कर पिता व बच्चे को काट लिया था।
- सरसैया घाट में पिटबुल कुत्ते ने गाय पर हमला कर दिया था।
- किदवईनगर ओ ब्लॉक और लाजपत नगर में विदेशी नस्ल के कुत्ते ने दो लोगों को घायल कर दिया था।

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