छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री साय ने प्रधानमंत्री मोदी से की मुलाकात, विकास कार्यों और नक्सल उन्मूलन पर हुई चर्चा

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मंगलवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और राज्य में विकास कार्यों एवं नक्सल उन्मूलन पर चर्चा की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने यहां बताया कि साय ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात कर राज्य के विकास पर विस्तृत चर्चा की। इस दौरान, मुख्यमंत्री ने बस्तर के विकास के लिए ‘मास्टर प्लान’ का खाका प्रधानमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया, जिसमें नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को बुनियादी सुविधाओं, उद्योगों और पर्यटन के नये केंद्र के रूप में विकसित करने की रूपरेखा शामिल है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने इस योजना पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए राज्य सरकार को हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। अधिकारियों के अनुसार, मुख्यमंत्री साय ने प्रधानमंत्री को बताया कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। सुरक्षा बलों की संगठित रणनीति और जनभागीदारी के कारण नक्सल प्रभावित इलाकों में तेजी से बदलाव आ रहा है।
उनके अनुसार, साय ने प्रधानमंत्री को बताया कि पुलिस और केंद्रीय बलों के संयुक्त प्रयासों से नक्सलियों के कई गढ़ों में विकास कार्य शुरू हुआ है, जिससे जनता का विश्वास सरकार की योजनाओं में और मजबूत हुआ है। सरकार का अब पूरा ध्यान बस्तर को नए औद्योगिक और आर्थिक केंद्र के रूप में विकसित करने पर है, जिससे युवाओं को रोजगार मिले और आदिवासी समुदायों का जीवन स्तर बेहतर हो सके। अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री साय ने राज्य की नयी औद्योगिक नीति और निवेशकों की बढ़ती रुचि पर भी विस्तृत चर्चा की।
अधिकारियों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया कि निवेश को आसान बनाने के लिए सरकार ने ‘एक ही जगह से मंजूरी, कर छूट और अनुकूल नीतियों को लागू किया है, जिससे बड़ी कंपनियां छत्तीसगढ़ में निवेश के लिए आकर्षित हो रही हैं।
मुख्यमंत्री ने महिला सशक्तीकरण और ग्रामीण विकास को राज्य सरकार की प्राथमिकता बताते हुए कहा कि स्वरोजगार योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत, महिला स्वयं सहायता समूहों को मजबूत किया जा रहा है, जिससे वे आर्थिक रूप से सशक्त बन सकें। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने बैठक में बस्तर की ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी भी प्रधानमंत्री को दी।
अधिकारियों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने बताया कि बस्तर के महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से हजारों महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता और स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। लघु वनोपज, जैविक कृषि, हथकरघा, बांस उद्योग और हस्तशिल्प को प्रोत्साहित कर महिलाओं को न केवल आजीविका के साधन मिल रहे हैं, बल्कि वे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बना रही हैं। इसके अलावा, स्टार्टअप और छोटे उद्योगों के माध्यम से बस्तर की महिलाओं को उत्पादन और विपणन से जोड़ने की पहल की जा रही है, जिससे वे आत्मनिर्भर बनकर राज्य की आर्थिक प्रगति में योगदान दे सकें।
अधिकारियों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के 30 मार्च को प्रस्तावित छत्तीसगढ़ दौरे की रूपरेखा साझा की। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री राज्य में विभिन्न महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करेंगे। मुख्यमंत्री ने इस दौरे को लेकर की जा रही तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की और प्रधानमंत्री को छत्तीसगढ़ में जारी विकास योजनाओं की प्रगति से अवगत कराया।
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