जासूसी में कई और के शामिल होने की आशंका; ATS के साथ अन्य एजेंसियां जांच में जुटीं, कानपुर के ऑर्डिनेंस फैक्ट्री का कर्मी हुआ था गिरफ्तार
एक सप्ताह में पकड़े गए आयुध निर्माणी के दो आरोपी
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कानपुर, अमृत विचार। पाकिस्तान को जासूसी करने वाले कानपुर आयुध निर्माणी के जूनियर वर्क्स मैनेजर कुमार विकास की गिरफ्तारी के पहले फिरोजाबाद के हजरतपुर स्थित आयुध उपस्कर निर्माणी के चार्जमैन रविंद्र कुमार की गिरफ्तारी को लेकर एक बात तो तय है कि देश की आयुध निर्माणियां आईएसआई के निशाने पर हैं। एटीएस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां को और लोगों के शामिल होने की आशंका है।
कुमार विकास दो माह 18 दिन तक तोप के गोलों के हार्डवेयर के उत्पादन, कर्मचारियों की उपस्थिति, सारंग व धनुष सहित अन्य टैंकों की बैरल के फोटो पाकिस्तानी एजेंट को भेजता रहा, लेकिन आयुध निर्माणी का सर्विलांस सिस्टम उसे पकड़ नहीं पाया। ओएफसी रक्षा मंत्रालय के एडवांस वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड की इकाई आर्डनेंस फैक्ट्री कानपुर के सूत्रों के अनुसार कुमार विकास वर्तमान मंठ हेड आफ सेक्शन में उत्पादन अनुभाग में प्रभारी की जिम्मेदारी निभा रहा था।
अहम पद पर होने की वजह से कार्यकारी निदेशक की बैठकों में भी वह शामिल होता था। उसका निर्माणी के अंदर करीब 26 अनुभागों में आवागमन रहता था इसलिए कोई भी जानकारी आसानी से जुटाने में उसे दिक्कत नहीं होती थी।
जिसका फायदा उठाते हुए कुमार विकास ने कई फोटो और वीडियो पाकिस्तानी एजेंट नेहा से साझा किया था। एटीएस सूत्रों के अनुसार आईएसआई की कथित महिला एजेंट नेहा शर्मा भारतीय सेना व अन्य सरकारी विभागों व संगठनों के कर्मचारियों को भी अपने जाल में फंसा रखा है। लिहाजा एटीएस नेहा के दूसरे संपर्क भी तलाश रही है। एटीएस कुमार विकास के करीबियों पर भी नजर रख रही है।