रामपुर : शुद्धिकरण के बाद दलित परिवार की हुई घर वापसी, दो बच्चों का खतना कराने का है आरोप

शाहबाद ( रामपुर ) अमृत विचार। दलित परिवार को लालच देकर धर्म परिवर्तन करा मुसलमान बनाने के प्रकरण में सोमवार को परिवार का शुद्धिकरण कराया। इसी के साथ दलित परिवार की घर वापसी कराई गई।
गौरतलब कि सैफनी थाना क्षेत्र के गांव निवासी ग्रामीण ने छह मार्च को शाहबाद कोतवाली पर ठेकेदार एजाज खान के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसके अनुसार आरोपी उसके भतीजे को काम दिलाने के बहाने शाहबाद के ओसी गांव ले गया था। वहां उसके दो बच्चों 12 वर्षीय और 16 वर्षीय किशोर का खतना करा दिया था। साथ ही धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया गया। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़ित का परिवार पुलिस को मिला तो बच्चों का चिकित्सकीय परीक्षण कराया गया। जिसमें दोनों बच्चों के खतने की पुष्टि हुई। मंगलवार को पुलिस ने ऐजाज को गिरफ्तार कर लिया था। इस घटना के बाद वाल्मीकि समाज सामाजिक संगठन भावाधस से जुड़े लोगों ने पुलिस की सहायता से पूरे परिवार को आरोपियों के चंगुल से आजाद कराया।
सोमवार को मुरादाबाद के सिविल लाइन स्थित छतरी वाले पार्क में भावाधस ने हवन का आयोजन किया। जिसमें दलित परिवार का शुद्धिकरण करके वापस हिन्दू समाज में लाया गया। भावाधस के संस्थापक लल्ला बाबू द्रविड़ ने बताया कि स्थानीय पुलिस ने इस धर्मांतरण को संजीदगी से नहीं लिया। संगठन के दबाव के बाद डीआईजी मुरादाबाद के आदेश के बाद आरोपी एजाज की गिरफ्तारी की गई। बच्चों के खतना करने वाले आरोपी अभी भी फरार हैं। भावाधस के पदाधिकारियों ने इस अपराध में शामिल सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग के साथ उन पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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