शाहजहांपुर: गन्ना शोध संस्थान में प्रशिक्षण लेने पहुंचा बिहार के किसानों का दल

पांच दिवसीय प्रशिक्षण में बिहार के आठ चीनी मिलो के 40 किसान कर रहे हैं प्रतिभाग

शाहजहांपुर: गन्ना शोध संस्थान में प्रशिक्षण लेने पहुंचा बिहार के किसानों का दल

शाहजहांपुर, अमृत विचार। गन्ना शोध परिषद में गुरुवार को बिहार के गोपालगंज, नरकटियागंज, सिंधवलिया, मझवलिया, हरीनगर, बगहा, सुगौली एवं लौरिया चीनी मिल से 40 किसानों का दल गन्ना एवं चीनी उत्पादन में सार्थक वृद्धि विषयक पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभाग करने पहुंचा। प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन गन्ना शोध परिषद के प्रभारी अधिकारी डॉ. अजय कुमार तिवारी ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। प्रशिक्षण के प्रथम दिन गन्ना प्रजाति, शस्य तकनीकी एवं कीटों पर चर्चा हुई।

उद्घाटन सत्र में गन्ना शोध परिषद के प्रभारी अधिकारी डॉ. अजय कुमार तिवारी ने कहा कि यह प्रशिक्षण किसानों के लिए उपयोगी साबित होगा। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण में व्याख्यान के साथ-साथ प्रायोगिक जानकारी भी दी जाएगी, जिसके लिए प्रयोगशाला भ्रमण एवं शोध प्रक्षेत्र भ्रमण भी कराया जाएगा। शोध प्रक्षेत्र पर विभिन्न किस्मों को दिखाने के साथ-साथ उनकी बुवाई की विधि एवं कृषि यन्त्रों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। सेवरही संस्थान के संयुक्त निदेशक डॉ. सुभाष सिंह कृषकों से आनलाइन जुड़कर रूबरू हुए। उन्होंने गन्ना खेती के सभी पहलुओं पर चर्चा करते हुए किसानों से कहा कि पांच दिवसीय प्रशिक्षण में जो भी ज्ञान प्राप्त करें, उसे अपने खेत में स्वयं अपनाएं और अपने आसपास के अन्य कृषकों को भी प्राप्त ज्ञान से लाभान्वित करें। डॉ. अनिल सिंह ने कहा कि कृषकों को अपनी उपज के साथ-साथ बोई गई फसल की लागत पर भी ध्यान देना चाहिए, तब ही अपनी बोई गई फसल से लाभान्वित हो सकेंगे। उन्होंने किसानों को गन्ना उत्पादन में सुधार लाने के लिए वैज्ञानिक तरीके अपनाने की सलाह दी और उन्हें अपने-अपने क्षेत्रों में इन नई तकनीकों को लागू करने की प्रेरणा दी। प्रसार अधिकारी डा. संजीव पाठक ने किसानों को गन्ना शोध परिषद का संक्षिप्त इतिहास बताया और वैज्ञानिकों द्वारा गन्ना खेती के सभी पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों का यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उनकी कृषि उत्पादकता में वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा, जिससे राज्य में गन्ना उत्पादन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा। टीम का नेतृत्व उप निदेशक ईख विकास, मोतिहारी (बिहार) के विनय सिंह कर रहे हैं। तकनीकी सत्र में गन्ने की नवीन किस्मों के बारे में डा. मनीष मोहन ने, गन्ना उत्पादन की शस्य तकनीकी के बारे में डॉ. एसपी यादव ने तथा गन्ने में लगने वाले प्रमुख कीटों की पहचान एवं नियन्त्रण के बारे में नीलम कुरील ने जानकारी दी। उद्घाटन सत्र में परिषद के वैज्ञानिक डॉ. एसपी यादव, डॉ. एनएन सक्सेना, डॉ. जीएन गुप्ता, डॉ. अर्चना, सोनिया यादव आदि उपस्थित रहें।