इटावा के सैफई में अखिलेश यादव ने किया तीखा हमला: बोले- तानाशाही सरकारें ज्यादा दिन नहीं टिकतीं

इटावा के सैफई में अखिलेश यादव ने किया तीखा हमला: बोले- तानाशाही सरकारें ज्यादा दिन नहीं टिकतीं

इटावा, अमृत विचार। चौधरी चरण सिंह पीजी कॉलेज परिसर को दो ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी बनने का अवसर मिला। नेताजी मुलायम सिंह यादव की प्रतिमा का अनावरण और चौधरी साहब के जन्मदिन का उत्सव पूरे गरिमामय तरीके से संपंन हुआ। यह कॉलेज, जिसकी नींव नेताजी मुलायम सिंह ने रखी थी और जिसका नामकरण चौधरी साहब के नाम पर किया गया, अब देश के दो बड़े नेताओं की विरासत से जुड़ चुका है। 

महाविद्यालय में आयोजित एक भव्य समारोह में सोमवार को सपा संस्थापक एवं पूर्व मुख्यमंत्री स्व मुलायम सिंह यादव की प्रतिमा का अनावरण सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रो. रामगोपाल यादव एवं शिवपाल सिंह यादव की मौजूदगी में किया। इस मौके पर सपा के प्रदेश भर से आये नेता कार्यकर्ता मौजूद रहे। 

सैफई में अखिलेश यादव का तीखा हमला

चौधरी चरण सिंह जयंती समारोह के अवसर पर चौधरी चरण सिंह पीजी कॉलेज हैवरा में आयोजित कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। 

अखिलेश यादव ने तानाशाही सरकारों के उदाहरण देते हुए कहा कि इतिहास गवाह है, तानाशाह ज्यादा दिनों तक सत्ता में नहीं टिकते। उन्होंने रामायण और महाभारत के उदाहरण देते हुए कहा कि रावण और दुर्योधन जैसे तानाशाहों का अंत हुआ, वर्तमान सरकार का भी यही हश्र होगा।

उन्होंने कहा कि जो लोग सत्ता में बैठे हैं, उन्हें लगता है कि उनकी सरकार हमेशा चलती रहेगी, लेकिन जनता सब समझ रही है। लोकसभा में जनता ने अपना हिसाब दिखा दिया, और विधानसभा चुनाव में परिणाम ऐसा आएगा कि उन्हें पता भी नहीं चलेगा। अखिलेश ने यह भी कहा कि मौजूदा राजनीति में विपक्ष के सामने बहुत बड़ी चुनौती है क्योंकि सत्ता में बैठे लोगों के पास अपार संसाधन और समर्थन है। 

अखिलेश यादव ने हाल की लोकसभा घटनाओं पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के सम्मान में जब सभी दल एकजुट हुए, तब सत्ता पक्ष ने ऐसा बर्ताव किया जो संसद के इतिहास में शर्मनाक है। फर्रुखाबाद के प्रमाण पत्र वाले सांसद ने ऐसा अभिनय किया जो बड़े-बड़े एक्टरों को भी पीछे छोड़ गया। 

चौधरी चरण सिंह और नेताजी मुलायम सिंह यादव को याद करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, चौधरी साहब किसानों के सबसे बड़े नेता थे। उन्होंने हमेशा किसानों के भविष्य को बेहतर बनाने पर काम किया। नेताजी ने चौधरी साहब के साथ काम करते हुए उनकी विचारधारा को आगे बढ़ाया। यह वही नेताजी थे जिन्होंने ग्रामीण अंचल के बच्चों को शिक्षा और विकास का सपना दिखाया और उसे साकार किया।

उन्होंने कहा कि आरएसएस बीजेपी की अंडरग्राउंड विचारधारा है। सुरंग की तरह काम करती है। वे लोग आरएसएस वाले एक फोन कर दें तो मुख्यमंत्री तुरंत सर्वे का काम बंद करा देंगे। खोदते-खोदते ये लोग अपनी सरकार खोद देंगे। ये मठ विधान पर चलने वाले लोग हैं, इनसे कोई उम्मीद नहीं की जा सकती है। 

अखिलेश यादव

रामगोपाल ने की सामाजिक राजनीतिक हालात पर चर्चा 

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव डा रामगोपाल यादव दस वर्षों तक इस प्रतिष्ठित संस्थान के प्राचार्य रह चुके हैं। अपने संबोधन में उन्होंने वर्तमान सामाजिक और राजनीतिक हालात पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आज का समय संवैधानिक मूल्यों के लिए चुनौतीपूर्ण है। सत्ता में बैठे लोग, चाहे दिल्ली में हों या उत्तर प्रदेश में, संविधान के अधिकारों का उल्लंघन कर रहे हैं। 

उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेता खुले तौर पर संविधान को बदलने की बात करते हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि अयोध्या और अलीगढ़ में भाजपा नेताओं ने चुनावी सभाओं में संविधान को बदलने की जरूरत पर जोर दिया था। उन्होंने कहा कि समाज के कमजोर और वंचित वर्गों को समान अधिकार देने वाले संविधान को बदलने की कोशिशें चिंताजनक हैं। 

उन्होंने गृह मंत्री द्वारा बाबा साहब अंबेडकर पर की गई टिप्पणी को अपमानजनक करार दिया और इसे संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ बताया। कहा कि संविधान का सबसे महत्वपूर्ण अधिकार जीवन का अधिकार है, लेकिन आज इसे भी लगातार कुचला जा रहा है। 

फर्जी मुठभेड़ों और पुलिस कस्टडी में मौतों के मामलों ने न्याय व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने सभी से सतर्क रहने और संविधान की रक्षा के लिए आगे आने की अपील की। उनके विचारों ने समारोह में उपस्थित जनसमूह को गहराई से प्रभावित किया और संविधान के प्रति जागरूकता बढ़ाने का संदेश दिया।

किसानों और वंचितों की आवाज थे चौधरी साहब

चौधरी चरण सिंह पीजी कॉलेज में आयोजित जयंती समारोह के अवसर पर  सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने चौधरी चरण सिंह और सपा संस्थापक स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि चौधरी साहब न केवल किसानों, गरीबों, और वंचितों की आवाज थे, बल्कि उनका जीवन देश के ग्रामीण समाज को सशक्त बनाने के लिए समर्पित था।

शिवपाल यादव ने कहा, यह कॉलेज हर वर्ष चौधरी साहब की जयंती मनाता है और साहित्यकारों को बुलाकर उनके विचारों को साझा करता है। चौधरी साहब के बाद नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने किसानों की आवाज को संसद और विधानसभा में बुलंद किया। 

इस मौके पर विधायक तेज प्रताप सिंह, सांसद आदित्य यादव, रामसेवक यादव गंगापुरा, राम नरेश यादव मिनी, प्रो ब्रजेश यादव, डा अरविंद यादव, सपा जिला अध्यक्ष प्रदीप शाक्य, महासचिव वीरू भदौरिया, आदित्य गोविंद यादव, गोपाल यादव, सांसद जितेंद्र दोहरे,  प्राचार्य डा शैलेंद्र शर्मा समेत  तमाम लोग मौजूद रहे।

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