मुरादाबाद : डॉक्टर दंपति के घर में लगी भीषण आग, दो फ्लोर का सामान जलकर राख
छह गाड़ियों से अग्निशमन विभाग ने ढाई घंटे में आग पर पाया काबू, नौकरानी के अनुसार पूजा का दीपक सोफे पर गिरने से लगी आग
मुरादाबाद, अमृत विचार। सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के अवंतिका कालोनी में सोमवार को डॉक्टर दंपति के घर में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीम ने करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालाकि, जब-तक आग को बुझाया जा सका तब तक तक घर के दो मंजिल में रखा सारा सामान जलकर पूरी तरह से राख हो चुका था। इस दौरान आस-पास के मकान के लोग घर छोड़कर भाग खड़े हुए। नौकरानी ने बताया कि पूजा का दीपक सोफे पर गिरने से आग लगी है। हालांकि फायर ब्रिगेड की टीम की माने तो अभी आग का कारण स्पष्ट नहीं है, जांच की जा रही है।
थाना क्षेत्र के रामगंगा विहार चौकी क्षेत्र के अवंतिका कालोनी निवासी डॉ. शालू अग्रवाल (शालू महाजन) और उनके पति डॉ. अनुपम अग्रवाल दंत चिकित्सक हैं। उन्होंने अपना तीन मंजिला आवास बना रखा है। आवास के ठीक बगल में निजी अस्पताल था। जो काफी दिन से बंद चल रहा है। डॉ. शालू महाजन ने रामगंगा विहार में ही ढाप वाले मंदिर के पास क्लीनिक बना लिया है। बताया गया कि सोमवार को डॉ. अनुपम अग्रवाल दिल्ली गए थे। सुबह पूजा-पाठ करने के बाद डॉ. शालू महाजन भी क्लीनिक पर चली गईं।
घर में केवल नौकरानी थी, जो कामकाज निपटा रही थी। उसी दौरान करीब 11 बजे मकान की पहली मंजिल पर अचानक आग लग गई। इससे पहले की नौकरानी कुछ समझ पाती आग की ऊंची-ऊंची लपटें उठने लगी। वह किसी तरह वहां से भाग कर मकान के बाहर निकली। आग लगने की सूचना पाकर डॉ. शालू महाजन भी मौके पर पहुंच गई और पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। थोड़ी ही देर में पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंच गई। दमकलकर्मियों ने तत्काल आग बुझाना शुरू किया। लेकिन, तब तक आग इतना विकराल रूप ले चुकी थी कि दमकल की एक गाड़ी का पानी खत्म हो गया और आग बुझना तो दूर कम तक नहीं हुई। इतना ही नहीं मकान के शीशे टूट कर बिखरने लगे।
आसपास का आकाश काले धुएं के गुबार से भर गया। आग मकान के बगल में स्थित क्लीनिक वाले हिस्से तक फैल गई। बाद में दमकल की तीन बड़ी और दो छोटी गाड़ियां और मौके पर पहुंच गई। दमकल की छह गाड़ियों ने करीब ढाई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह आग पर काबू पाया। लेकिन जब तक आग बुझाई गई तब तक मकान के पहली और दूसरी मंजिल पर रखा फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक सामान, बिस्तर, बेड समेत सारा सामान जलकर राख हो चुका था। मकान की दीवारों पर लगी टाइल्स और प्लास्टर आग की गर्मी से टूट कर नीचे गिर चुके थे। आग से लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। सीएफओ कृष्णकांत ओझा ने बताया कि आग की सूचना मिलते ही उनकी टीम पहुंच गई थी। आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। कारण का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।
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