संभल : कल्कि महोत्सव का समापन, शिलादान महायज्ञ में दी गई पूर्णाहुति
संभल के कल्कि महोत्सव में गर्भगृह में पूजित शिलाओं के साथ आचार्य प्रमोद कृष्णम व अन्य
संभल, अमृत विचार। जनपद के ऐंचौड़ा कम्बोह में पांच दिवसीय कल्कि महोत्सव का सोमवार को समापन हो गया। अंतिम दिन कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम, साधु संतों और श्रद्धालुओं ने पूरे मनायोग एवं उत्साह के साथ शिलादान महायज्ञ में पूर्णाहुति दी। श्रद्धालुओं और साधु संतों ने शिलादान करते हुए कल्कि धाम निर्माण के लिए कामना की।
पांच दिवसीय कल्कि महोत्सव में अंतिम दिन सोमवार को शिलादान महायज्ञ की यज्ञवेदी पर कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम, महामण्डलेश्वर स्वामी नवीनानंद महाराज, महामण्डलेश्वर स्वामी कल्याण देव महाराज, महामण्डलेश्वर हर मनोज दास महाराज, स्वामी रामबालक दास त्यागी, सुदयंत त्यागी, संजीव त्यागी, अंजलि त्यागी, पूनम त्यागी, प्रशांत त्यागी आदि रहे। सभी ने मंत्रोच्चार के साथ शिलादान महायज्ञ में पूर्णाहुति दी।
कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि इस बार भी कल्कि महोत्सव पूरे उत्साह के साथ संपन्न हो गया है। इसमें तमाम साधु संतों और श्रद्धालुओं ने हिस्सा लेकर शिलादान महायज्ञ में आहुतियां दी हैं। यहां बनने वाले कल्कि धाम से संभल को देश ही नहीं बल्कि दुनिया में खास पहचान मिलेगी। इस दौरान तमाम श्रद्धालु सिर पर शिलाओं को रखकर संग्रह स्थल पर पहुंचे। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने शिलादान करते हुए कल्कि धाम निर्माण के लिए कामना की। इस दौरान तमाम साधु संत और श्रद्धालु मौजूद रहे। शाम को सांस्कृतिक सभा में भजन गायक पंडित प्रेमशंकर दुबे ने भजनों की प्रस्तुती दी। उन्होंने शाम को सुंदर कांड के पाठ से शुभारंभ किया। इसके बाद देर रात तक एक के बाद एक भजन सुनाते रहे।
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