14 कोसी परिक्रमा : 30 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे रामनगरी, हाइवे पर थम गए वाहनों के पहिए

14 कोसी परिक्रमा :  30 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे रामनगरी, हाइवे पर थम गए वाहनों के पहिए

अमृत विचार, अयोध्या :  रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद इस बार 14 कोसी परिक्रमा के सारे रिकार्ड टूट गए। रात गहराने के साथ परिक्रमा पथ पर परिक्रमा करने वालों की भीड़ बढ़ती गई। मध्यरात्रि के बाद हालात ऐसे हो गए कि परिक्रमा पथ पर तिल रखने की जगह नहीं रह गई थी। आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। जुड़वा शहर जय श्रीराम के जयघोष से गूंजता रहा। दो दिन तक रामनगरी श्रद्धालुओं से गुलजार रही। सुरक्षा को लेकर व्यवस्था चाक चौबंद रही। बड़े अफसर स्वयं परिक्रमा की मानीटरिंग कर रहे थे। 35 लाख श्रद्धालुओं के परिक्रमा करने का अनुमान है।   
      रेलवे स्टेशन (2)

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला परिक्रमा मेला है। श्रीराम जन-जन में व्याप्त हैं। अयोध्या उनका घर है। वह हर समय विद्यमान माने जाते हैं। इसका असर मेले पर दिखा। अनुमान से ज्यादा श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे। परिक्रमा के लिए स्थानीय के साथ इस बार गैर प्रदेशों के ज्यादा श्रद्धालु दिखाई पड़े। इनकी भीड़ परिक्रमा से एक दिन पहले से ही जुटने लगी थी। शनिवार को शाम ढलने के साथ श्रद्धा और आस्था हिलोरे लेने लगी। रात गहराने के साथ ही नंगे पांव परिक्रमा करने वालों की भीड़ बढ़ती गई।

परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं का कहना है कि रात 10 बजे के बाद एकाएक भीड़ इतनी बढ़ गई कि चल पाना मुश्किल हो रहा था। यह स्थिति सुबह सात बजे तक रही। परिक्रमा पूरी करने में लोगों को आठ से 12 घंटे तक लगे। उत्साहित नवयुवकों ने परिक्रमा छह घंटे में भी पूरी की। परिक्रमा समापन का मूहूर्त 4:44 बजे था, लेकिन इसके बाद भी छिटपुट लोग परिक्रमा करते दिखाई पड़े। परिक्रमा राम नगरी के साथ फैजाबाद शहर की परिधि पर चल रही थी। परिक्रमा करने वालों के लिए नागरिक सुविधाओं की व्यवस्था थी। 

टूटा श्रद्धालुओं की संख्या का रिकार्ड

इस बार 30 से 35 लाख श्रद्धालुओं से 14कोसी परिक्रमा किए जाने का दावा है। पिछले सालों में परिक्रमा करने वालों की संख्या 20 से 25 लाख तक रहती थी। इस बार श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफे को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या के महत्व को बढ़ने से जोड़कर देखा जा रहा है।
 
राम लला और हनुमान जी के दर्शन को रही लंबी कतार
बाहर से आए श्रद्धालुओं की भीड़ अयोध्या में मौजूद है। दर्शन पूजन के साथ राम मंदिर और हनुमानगढ़ी में दर्शन के लिए भीड़ ज्यादा चल रही है। सुबह परिक्रमा पूरी करके सरयू स्नान कर श्रद्धालुओं का रेला राम मंदिर और हनुमानगढ़ी की ओर चल पड़ा। रामलला और हनुमानजी का दर्शन पूजन करने के लिए लंबी कतार पूरे दिन लगी रही। इसके साथ ही नागेश्वर नाथ, कनक भवन आदि मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ रही। 

मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़
अयोध्या में पांच हजार से भी ज्यादा मंदिर हैं। प्रत्येक गली-मोहल्ले के साथ घर-घर मंदिर हैं। श्रद्धालु इनमें जमे हैं। बड़ी संख्या में श्रद्धालु अपने अपने घराने में हैं। यह सुबह शाम अयोध्या नगरी का दर्शन करने निकल रहे हैं। 14 कोसी परिक्रमा के साथ ही श्रद्धालुओं ने राम नगरी के मंदिरों की परिक्रमा की।
 

आकर्षण का केंद्र रहे पथ के कई धार्मिक स्थल
परिक्रमा कर रहे बाहरी श्रद्धालुओं के लिए नया अनुभव था। मध्य प्रदेश के राजेश कुमार कहते हैं कि पथ पर इतने पौराणिक स्थल मिले कि नाम से ही रोमांच हो रहा था। परिक्रमा पथ पर मौनी बाबा, वैतरणी, सूर्य कुंड, गिरजा कुंड, निर्मली कुंड, गुप्त हरि स्थल, चक्रतीर्थ, यम स्थल जैसे नाम गिनाते हैं। कहते हैं कि इन स्थलों का नाम किताबों में पढ़ा था, लेकिन पथ पर मिले तो लगा कि जीवन धन्य हो गया। 

रात भर के मेले में खूब हुई दुकानदारी
परिक्रमा पथ पर देर रात 10 बजे से सुबह सात बजे तक जबरदस्त भीड़ रही। इस दौरान परिक्रमा पथ को पार कर दूसरी ओर जाने के लिए भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही थी। मेला क्षेत्र में जलपान की दुकानें रातभर गुलजार रहीं। रविवार की शाम तक दुकाने सजी रहीं। 

अफसरों ने किया निरीक्षण
परिक्रमा के दौरान मंडलायुक्त गौरव दयाल, आईजी प्रवीण कुमार, जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह, एसएसपी राजकरन नय्यर के साथ सभी एडीएम, पुलिस अधीक्षक परिक्रमा के दौरान निरीक्षण करते रहे। मातहत को निर्देश दे रहे थे। 

पिछली बार से ज्यादा पहुंचे श्रद्धालु

जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने बताया कि मुहूर्त के अनुसार परिक्रमा का समापन हो गया है। इस साल सभी रिकॉर्ड टूट गए। सर्वाधिक लोग पहुंचे। 30 से 35 लाख श्रद्धालुओं के परिक्रमा करने की संभावना है। सुरक्षा के तगड़े बंदोबस्त किए गए थे। परिक्रमा शांति पूर्ण संपन्न हुई। कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं आई।

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