बाबा सिद्दीकी की मौत कंफर्म करने के लिए शर्ट बदलकर अस्पताल गया था शूटर, आरोपी ने किया बड़ा खुलासा
मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल शूटर शिव ने पुलिस के सामने बड़ा खुलासा किया है। उसने बताया है कि बाबा सिद्दीकी हत्याकांड को अंजाम देने के बाद वह उनकी मौत पर अपडेट लेने के लिए अस्पताल भी गया था। बता दें कि कुछ ही दिनों पहले मुंबई में बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या का आरोप लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर लगा है। पुलिस इस केस में कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
आरोपी ने किया बड़ा खुलासा
बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में गिरफ्तार संदिग्ध मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम एवं चार अन्य आरोपियों को अदालत ने 19 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। पूछताछ के बीच शिवकुमार गौतम ने मुंबई पुलिस को बताया की हत्या के बाद वह वहां से चला गया और अपना शर्ट बदलकर दोबारा घटनास्थल पर पहुंचा था। यहां उसे कोई जानकारी नहीं मिल पा रही थी। इसके बाद उसने ऑटो लिया और सीधा लीलावती अस्पताल भी पहुंचा था। आरोपी को वारदात की जगह पर कोई खबर नहीं मिल पा रही थी। इसलिए वह अपडेट पता करने अस्पताल पहुंचा था।
ट्रेन से गांव निकल गया था आरोपी
शूटर शिवकुमार गौतम ने पुलिस को यह भी बताया कि अस्पताल से मौत की खबर मिलने के बाद आरोपी कुर्ला गया और कुर्ला से ठाणे। वहां से वह पुणे गया और फिर उत्तर प्रदेश की ट्रेन पड़कर गांव निकल गया। बीच रास्ते में उसने अपना फोन भी तोड़ दिया और साथ ही नया फोन भी खरीद लिया।
यहां से आरोपी हुआ था अरेस्ट
मुंउत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और मुंबई अपराध शाखा ने रविवार को शूटर शिवकुमार (20) तथा उसके चार साथियों को उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के नानपारा से गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों की रिमांड मांगते हुए अदालत से कहा कि वह मामले के वित्तीय पहलुओं की जांच करना चाहती है और साथ ही यह भी जानना चाहती है कि शूटर ने अपराध में इस्तेमाल किए गए हथियार कैसे हासिल किए। पुलिस ने अदालत को बताया कि आरोपी अनुराग कश्यप ने शिवकुमार को दो लाख रुपये दिये थे और इस पैसे के स्रोत की जांच करने की जरूरत है। पुलिस ने कहा कि शिवकुमार वांछित आरोपी शुभम लोनकर के संपर्क में था और इसलिए यह जानने के लिए उसकी हिरासत की जरूरत है कि वह (लोनकर) कहां है।
आरोपी की ओर से पेश हुए वकील अमित मिश्रा ने अदालत में दलील दी कि शिवकुमार जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं और उसे पुलिस हिरासत में भेजा जा सकता है। मिश्रा ने कहा हालांकि अन्य चार आरोपियों को न्यूनतम समय के लिए रिमांड पर लिया जाना चाहिए क्योंकि अपराध में उनकी कोई विशेष भूमिका नहीं है। मिश्रा ने अदालत में दलील दी कि उन पर सिर्फ शिवकुमार को शरण देने और भागने में मदद करने का आरोप है।
दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने पांचों आरोपियों को 19 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री सिद्दीकी (66) की 12 अक्टूबर को मुंबई के बांद्रा ईस्ट में विधायक और उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। सिद्दीकी के सीने पर दो गोलियां लगीं और उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गयी।
यूपी एसटीएफ के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी शिव कुमार ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह और धर्मराज कश्यप एक ही गांव के हैं। एसटीएफ द्वारा रविवार को जारी एक बयान के मुताबिक, शिव कुमार ने पुलिस को बताया कि वह पुणे में एक कबाड़ की दुकान में काम करता था। शिवकुमार ने पुलिस को बताया कि उसकी और शुभम लोनकर की दुकान एक-दूसरे के बगल में थी।
एसटीएफ के अनुसार, शिवकुमार ने उन्हें बताया कि शुभम लोनकर लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करता है और उसने (लोनकर ने) स्नैप चैट के जरिए कई बार उसकी (शिवकुमार की) लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई से बात कराई थी। एसटीएफ के मुताबिक, शिवकुमार ने बताया कि सिद्दीकी की हत्या के बाद उसे 10 लाख रुपये और साथ ही हर महीने कुछ न कुछ मिलने वाला था। पुलिस ने इस हत्या के सिलसिले में अब तक 23 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।