Chhath Pooja 2024: उदयगामी सूर्य को अर्घ्य देकर हुआ छठ का समापन
Chhath Pooja, अमृत विचार: छठ पूजा का आज आखिरी दिन यानी की 8 नवंबर 2024 को है। महिलाओं ने उगते सूर्य की पहली किरण को अर्घ्य देकर छठी माता को प्रणाम किया और इस 36 घंटे के व्रत का पारण किया गया। लखनऊ समेत पूरे देशभर में इस दौरान छठ को बड़ी ही धूमधाम से मनाया। इस दौरान कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किए गए थे। हजारों की संख्या में व्रती लोग घटों पर मौजूद रहे। मान्यता है कि जो महिलाएं इस व्रत को रखती हैं उनके घर में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही परिवार के सभी सदस्यों का स्वास्थ्य भी बना रहता है।
उदयगामी यानी उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर चार दिनों के छठ महापर्व का समापन हुआ। इसके बाद व्रत रहे महिला और पुरूषों ने छठी मैया और सूर्य देव से पूजा की। साथ ही इस दौरान हुई भूलचूक की क्षमा मांगकर पारण की।
छठ महापर्व हिंदू धर्म में बेहद विशेष पर्व है। इसलिए इस पर्व को आस्था का महापर्व भी कहा जाता है। छठ की तैयारियां दिवाली के बाद से ही शुरु हो जाती है। इस दौरान आसपास का पूरा वातावरण चार दिनों तक छठमय हो जाता है। छठ व्रतियों ने शुभ रवि योग में सूर्य देव को अर्घ्य देकर अपने व्रत का उपासना किया। ऐसी मान्यता है कि इस योग में सूर्य देव को अर्घ्य देने से सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाती है।
आपको बता दें कि छठ पूजा साल में दो बार आती है। आज से कार्तिक छठ के समापन हो गया है। इसके बाद अब 2025 में चैत्र के महीने में छठ पूजा होगी। इसे चैती छठ कहा जाता है।
छठ पर उपासना से मिलती है सहनशीलता और ईमानदारी की प्रेरणा: डीजीपी
डीजीपी प्रशांत कुमार ने छठ महापर्व पर कहा कि मेरे लिए यह पर्व केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि एक गहरी भावनात्मक और सांस्कृतिक कड़ी का प्रतीक है। छठ पूजा का हर पहलू हमें हमारे रीति-रिवाजों, संस्कारों और जीवन के प्रति श्रद्धा का गहरा अहसास कराता है, जो पीढ़ी दर पीढ़ी हमारे समाज में जीवित रहता है। छठी मैया का आशीर्वाद और सूर्य देव की उपासना हमारे भीतर संयम, सहनशीलता और ईमानदारी जैसे गुणों को सशक्त बनाती है। इस महापर्व के माध्यम से हम बच्चों को एक संस्कारी, संवेदनशील और सशक्त समाज की दिशा में मार्गदर्शन दे सकते हैं।
छठ को लेकर रेलवे ने श्रद्धालुओं के लिए किए विशेष इंतजाम
पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल ने छठ पर्व को देखते हुए स्टेशनों पर सुविधाओं में इजाफा कर दिया है। लखनऊ जंक्शन, बादशाह नगर, ऐशबाग जंक्शन, गोंडा जंक्शन, बस्ती, खलीलाबाद, सीतापुर और गोरखपुर स्टेशनों पर रेल प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। पूर्वोत्तर रेलवे सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह के अनुसार स्टेशन पर प्रवेश और निकास द्वार, टिकट काउंटर, एटीवीएम काउंटर, होल्डिंग एरिया, बैटरी कार की सुविधा के साथ हेल्प डेस्क बनाई गई है। इसके साथ ही मेडिकल असिस्टेंट बूथ, एम्बुलेंस 24 घंटे तैनात की गई है। साथ ही सभी टिकट काउंटर पर क्यूआर कोड व यूपीआई पेमेंट की सुविधा दी जा रही है। विशेष प्रबंधों की निगरानी के लिए 24 घंटे में शिफ्टवार मंडल के राजपत्रित अधिकारियों की ड्यूटी 15 नवंबर तक लगाई गई है।
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