Kanpur News: पहले दम फूला फिर टूट गई सांस, पटाखों के प्रदूषण से 1 की मौत, 50 पीड़ित सरकारी व निजी अस्पतालों में भर्ती
सीओपीडी, अस्थमा, फेफड़े में संक्रमण के साथ दिल के रोगियों पर आई आफत
कानपुर, अमृत विचार। दीपावली पर पटाखों का धुआं अस्थमा, फेफड़े के इंफेक्शन और दिल के रोगियों के लिए मुसीबत बन गया। गुरुवार रात से लेकर शनिवार शाम तक चेस्ट अस्पताल में 20, कार्डियोलॉजी संस्थान में 18 और निजी अस्पतालों में एक दर्जन से अधिक मरीजों को भर्ती कराना पड़ा। इनमें से एक पीड़ित ने दीपावली की रात दम तोड़ दिया।
दीपावली पर बढ़े वायु प्रदूषण और घरों के अंदर धुआं भरने से सबसे अधिक दिक्कत सांस के रोगियों को हुई। 45 वर्षीय टीबी मरीज की सांसें गुरुवार देर रात उखड़ गईं। परिजन तुरंत रावतपुर स्थित मुरारी लाल चेस्ट अस्पताल लेकर पहुंचे। लेकिन जान नहीं बचाई जा सकी। बीते दो दिनों में चेस्ट हास्पिटल में 20 मरीजों को भर्ती किया गया। विभागाध्यक्ष डॉ.संजय वर्मा ने बताया कि जिस मरीज की मृत्यु हुई है, वह टीबी का पुराने मरीज था।
अस्पताल में सीओपीडी, अस्थमा व फेफड़े में इंफेक्शन पीड़ित मरीजों को भर्ती किया गया है, इनकी हालत पटाखों के धुएं या अन्य कारणों से खराब हो गई। उधर, कार्डियोलॉजी संस्थान में दिल के 18 रोगियों को भर्ती किया गया। पटाखों के शोर और धुएं की वजह से सांस लेने में दिक्कत होने के कारण इनकी हालत बिगड़ गई। निजी नर्सिंग होम्स में भी प्रदूषण से बीमार पड़े एक दर्जन से अधिक लोगों को इलाज के लिए बर्ती कराया गया।
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