Kanpur: ट्रेनों में पैर रखने की जगह नहीं, फर्श भी फुल, सैकड़ों विशेष ट्रेनें चलाने के बाद भी यात्री बेहाल, ट्रेनों के शौचालय तक में बैठकर जा रहे लोग
कानपुर, अमृत विचार। दीपावली और छठ पूजा पर उमड़ी भारी भीड़ के कारण ट्रेनों में सफर करना बेहद कठिन हो चला है। सभी ट्रेनों में आरक्षण फुल है। ऐसे में यात्रियों की भारी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। लगभग सभी ट्रेनों को जनरल कोचो में पैर रखने तक की जगह नहीं मिल रही है। छोटे-छोटे बच्चों के साथ परिवार के लोग मुंहमांगा किराया देकर फर्श पर ही बैठने को मजबूर हैं।
मंगलवार को अहमदाबाद, सूरत, बांद्रा, मुंबई, दिल्ली, अमृतसर, पुणे समेत देश के विभिन्न प्रांतों से कानपुर होते हुए जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों का बुरा हाल रहा। हजारों लोग कोचों की फर्श पर परिवार के साथ यात्रा करने को मजबूर हुए। सबसे ज्यादा उन ट्रेनों में मारामारी रही, जो नियमित चलती हैं।
स्पेशल चलाई गई सैकड़ों ट्रेनों के बारे में आम यात्रियों की जानकारी नहीं है। स्थिति ये है कि लोग छोटे छोटे बच्चों के साथ ट्रेन के शौचालय के पास ही फर्श पर बैठकर यात्रा करने को मजबूर हैं। सैकड़ों यात्री सेंट्रल स्टेशन पर पहुंचे लेकिन आगे की ट्रेन उन्हें नहीं मिली। ऐसे लोग सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्मों पर ही चादर बिछाकर परिवार के साथ ट्रेन के इंतजार में पड़े रहे।
मोबाइल चार्ज करने की आपाधापी
सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर लगे मोबाइल चार्ज करने के लिए भीड़ लगी रही। नतीजा ये रहा कि यात्री 20 प्रतिशत ही चार्ज कर पाते हैं कि दूसरी चिल्लाने लगता है कि बहुत हो गया, अब हम चार्ज करेंगे।
झकरकटी बस अड्डे पर भी यात्रियों की भीड़
ट्रेनों में हजारों यात्रियों को आरक्षण नहीं मिल सका है, ऐसे में लोग बसों से सफर करने का प्रयास कर रहे हैं। मंगलवार की रात में दिल्ली की ओर से आने वाली बसों से हजारों यात्री झकरकटी बस अड्डा पहुंचे और यहां से प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, अमेठी, जगदीशपुर, बादशाहपुर, लालगंज, फतेहपुर, खागा, हमीरपुर, मौदहा, महोबा, गोंडा, बस्ती, गोरखपुर समेत विभिन्न जनपदों के लिए बस पकड़कर रवाना हुए।