पीलीभीत: क्षेत्र पंचायत बैठक में हंगामा, पुराने मुद्दों पर विधायक और ब्लॉक प्रमुख आमने-सामने

आरोप प्रत्यारोप के बीच विधायक ने बैठक को ही मानने से किया इन्कार

पीलीभीत: क्षेत्र पंचायत बैठक में हंगामा, पुराने मुद्दों पर विधायक और ब्लॉक प्रमुख आमने-सामने

पीलीभीत, अमृत विचार। मरौरी ब्लॉक की क्षेत्र पंचायत बैठक में जमकर जनप्रतिनिधियों के बीच पुराने मुद्दों को लेकर रार मची रही। आरोप-प्रत्यारोप के बीच हंगामा हुआ। एक दूसरे पर आरोप लगाए गए। ब्लॉक प्रमुख ने नियमानुसार बैठक संपन्न होने के साथ ही 67 प्रस्ताव पास होने की बात कही। जबकि विधायक ने पूर्व की बैठक की पुष्टि न किए जाने पर इस बैठक को मानने से ही इन्कार कर दिया। ये भी कहा कि जब पूर्व की बैठक की पुष्टि ही नहीं हुई तो कैसे प्रस्ताव?

ब्लॉक मरौरी की क्षेत्र पंचायत बोर्ड की बैठक शनिवार दोपहर 12 बजे से ब्लॉक सभागार में बुलाई गई थी। जिसमें भाजपा के बरखेड़ा विधायक स्वामी प्रवक्तानंद, ब्लॉक प्रमुख मरौरी सभ्यता देवी वर्मा समेत कई अधिकारी और क्षेत्र पंचायत सदस्य शामिल हुए। चूंकि पूर्व की बैठक को लेकर विधायक की ओर से पहले ही शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों से की जा चुकी थी, तो हंगामे के आसार पहले से बने हुए थे। जनप्रतिनिधि और अफसरों की मौजूदगी में बैठक हुई। विधायक ने पूर्व की बैठक की पुष्टि कराने के लिए बात रखी। इसी के साथ हंगामा शुरू हो गया। हालांकि ब्लॉक प्रमुख का कहना था कि पूर्व की बैठक की पुष्टि भी करा दी गई।  बड़ी संख्या में क्षेत्र पंचायत सदस्य शामिल हुए। फिर एक ही मंच से एक दूसरे पर निशाना साधा जाता रहा। जिसे लेकर हंगामा होता रहा। इसके बाद क्षेत्र पंचायत सदस्यों की ओर से भी कई प्रस्ताव रखे गए। दोनों जनप्रतिनिधियों के बीच की रार बैठक के दौरान साफ दिखाई दी। मंच से विधायक का कहना था कि जब तक पुरानी बैठक की पुष्टि नहीं हो जाती तब तक कोई कार्य योजना नहीं बनेगी। फिर इसी बीच ब्लॉक प्रमुख ने भी बीच में ही कहना शुरू कर दिया कि कार्ययोजना विकास के लिए है, वह जरूर बनेगी।  काफी देर तक इसी तरह से हंगामा चलता रहा। फिर अंत में अपनी बात को रखते हुए ब्लॉक प्रमुख ने बैठक के समापन की घोषणा की। इस दौरान अपनी ओर से किए जा रहे विकास कार्यों को गिनाते हुए ब्लॉक प्रमुख ने मंच से ही संबोधन किया और इसके समर्थन में क्षेत्र पंचायत सदस्यों के हाथ भी उठवाए गए। अंत में सभी को दिवाली की शुभकामनाएं दी गई। इसके बाद काफी देर तक दोनों जनप्रतिनिधि अलग-अलग कक्षों में बैठे रहे। सुरक्षा के लिहाज से भारी पुलिस बल भी मौजूद रहा।

जुलाई में हुई बोर्ड बैठक से शुरू हुई रार
इससे पूर्व में मरौरी ब्लॉक की क्षेत्र पंचायत की बोर्ड की बैठक 10 जुलाई को हुई थी। उस वक्त जनपद में बाढ़ के हालात भी बने हुए थे। मुख्यमंत्री भी बाढ़ के हालात परखने के लिए आए थे।  इस बैठक में 182 सदस्यों के शामिल होने के साथ ही सभी को मानदेय भी दिया गया था। इस मामले में बरखेड़ा विधायक ने शिकायत कर दी थी। जिसके बाद प्रशासनिक स्तर से जांच भी कराई गई। विधायक का कहना है कि जांच में 59 सदस्यों को गलत तरीके से मौजूद होना दर्शाते हुए मानदेय निकाला गया है। इसके अलावा ब्लॉक प्रमुख की ओर से शहीद स्मृति द्वार भी बनवाए गए हैं। इसे लेकर भी विधायक ने शिकायत की है।  

गलत तरीके से बनाया गय शहीद द्वार
बरखेड़ा विधायक स्वामी प्रवक्तानंद ने बताया कि दस जुलाई को हुई क्षेत्र पंचायत की बोर्ड की बैठक में गलत तरीके से सदस्यों का शामिल होना दर्शाया गया था। उसी की शिकायत मेरे द्वारा की गई थी। सदस्यों का मानदेय भी निकाला गया था। ब्लॉक प्रमुख शहीद स्मारक द्वार बनवा ही नहीं सकता है।  उसे भी गलत तरीके से बनवाया गया। पूर्व की बैठक की पुष्टि कराने के लिए कहा तो नहीं की गई।  जब पूर्व की बैठक की पुष्टि ही नहीं हुई तो कैसी बैठक?  कोई प्रस्ताव पास नहीं माना जा सकता। 

शासन की मंशा के अनुरूप कराए विकास कार्य
ब्लॉक प्रमुख मरौरी सभ्यता देवी वर्मा ने बताया कि क्षेत्र पंचायत की बैठक संपन्न हो गई है। कई प्रस्ताव भी पास हुए हैं। पूर्व की बैठक की पुष्टि करा दी गई थी। कोई घोटाला मेरे द्वारा नहीं किया गया है। कारगिल शहीद के नाम से स्मृति द्वार मेरे द्वारा बनवाया गया है। विकास कार्य को शासन की मंशा के तहत ही धरातल पर कराया जा रहा है। मेरे कराए गए कार्य धरातल पर दिखाई भी दे रहे हैं। बैठक में समस्त क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान शामिल हुए हैं और सहमति से ही प्रस्ताव पास किए हैं।

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