भारत सरकार की ओर से Kanpur IIT को बनाया गया सेंटर ऑफ एक्सिलेंस, संस्थान एआई के प्रयोग पर 4 साल करेगा काम, शहरी विकास का खींचेगा खाका
सतत विकास में एआई के प्रयोग पर 4 साल करेगा काम
कानपुर, अमृत विचार। आईआईटी कानपुर को भारत सरकार की ओर से शहर के सतत विकास में ‘एआई’ का प्रयोग प्रोग्राम के लिए सेंटर ऑफ एक्सिलेंस बनाया गया है। सेंटर ऑफ एक्सलेंस के रूप में संस्थान 4 साल तक शहर की समस्याओं को दूर करने और उसमें एआई के प्रयोग पर काम करेगा। इस प्रोग्राम के तहत शिक्षण संस्थान व उद्यमी भी सहयोग करेंगे।
आईआईटी के प्रो सच्चिदानंद त्रिपाठी ने बताया कि भारत सरकार की ओर से एक प्रोग्राम के तहत देश में तीन एक्सिलेंस सेंटर बनाए जाने थे। इनमें कानपुर आईआईटी को शहर की समस्या दूर करने जैसे विषय को लेकर एक्सिलेंस सेंटर के रूप में चुना गया है। सेंटर बनने के बाद अब संस्थान शहर की प्रमुख समस्याओं को दूर करने के लिए काम करेगा।
इन समस्याओं में यातायात, प्रदूषण सहित शहरी क्षेत्र में होने वाली रोजमर्रा की दिक्कतों को भी शामिल किया जाएगा। 4 साल के इस प्रोजेक्ट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी अत्याधुनिक तकनीक से किस तरह से शहर की समस्याओं को दूर किया जाए उस पर शोधकार्य व सर्वे किया जाएगा।
एक्सिलेंस सेंटर के रूप में विकसित होने के बाद अब शिक्षण संस्थान व औद्योगिक घरानों का भी सहयोग उन्हे मिल रहा है। उन्होंने बताया कि शहर से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए युवाओं की ओर से बनाए गए स्टार्टअप और प्रपोजल को जांचने और उन्हें सहयोग दिए जाने का काम भी सेंटर की ओर से किया जाएगा।