Kanpur: 11.76 लाख की ठगी के सदमे में रेलकर्मी की हुई थी मौत; पत्नी ने साइबर थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट, बोली- तनाव में हादसे का हो गए शिकार
कानपुर, अमृत विचार। बर्रा थानाक्षेत्र में रहने वाले रेलवे कर्मी पंकज कृपलानी फरवरी 2024 में 11.76 लाख की साइबर ठगी के शिकार हो गए थे। जिसके बाद से वह काफी परेशान रहने लगे थे। पत्नी जया कृपलानी ने बताया कि साइबर ठगी का सदमा इतना लगा कि घर के पास सितंबर माह में तनाव के कारण ट्रक से एक्सीडेंट हो गया था जिससे उनकी जान चली गई थी। पत्नी ने साइबर थाने में अज्ञात पर रिपोर्ट दर्ज कराई है। पीड़ित परिवार का कहना था कि उनकी तीन बेटियां हैं, उपर से बैंक का कर्ज होने पर परेशान हैं।
बर्रा 2 निवासी पंकज कृपलानी रेलवे लखनऊ में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे। वह प्रतिदिन लखनऊ से अपडाउन करते थे। पंकज के परिवार में पत्नी जया कृपलानी और तीन बेटियां हैं। पत्नी जया ने बताया कि 26 फरवरी से लेकर 13 मई 2024 के बीच में पति को शेयर ट्रेडिंग में ज्यादा मुनाफे का झांसा देकर साइबर ठगों ने उनसे निवेश कराना शुरू कर दिया। शुरुआत में 500 सौ रुपये से लेकर 1 हजार रुपये तक निवेश किया।
ठगों ने टेलीग्राम एप के माध्यम से उन्हें एक ग्रुप में जोड़ लिया। उनकी रकम दोगुनी दिखा उन्हें झांसे में लिया और फिर निवेश कराते चले गए। पत्नी जया ने बताया कि आरोपियों ने उनसे कुल 11.76 लाख रुपये का निवेश करा लिया। उसके बाद जब उन्होंने पैसा निकालने का प्रयास किया तो ठगों ने कुछ बहाना बनाकर छह लाख रुपये और जमा कराने का दबाव बनाया।
जमा करने के बाद उन्होंने ग्रुप से पति को बाहर कर दिया और उनका अकाउंट ब्लॉक कर दिया। इतनी बड़ी ठगी होने के बाद वह परेशान हो गए थे और अवसाद हो होते चले गए। पत्नी के अनुसार 11 सितंबर 2024 को वह काम से लौटे तो घर के पास ही सचान गेस्ट चौराहे से शास्त्री चौक के बीच में एक ट्रक ने उन्हें रौंद दिया था। जिससे उनका पूरा परिवार बर्बाद हो गया। पत्नी जया ने बताया कि ठगी के खेल में उन्होंने रकम लगाई कि उससे स्थितियां और अच्छे होने का अनुमान था लेकिन इतना बड़ा फ्रॉड होने के बाद बैंक का कर्जा चढ़ गया। इस संबंध में एडीसीपी क्राइम मनीष सोनकर ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर धोखाधड़ी और आईटी एक्ट की धारा में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच की जा रही है।