बदायूं: जिंदा युवक को मृत बताकर जमीन का करा लिया बैनामा

पुलिस ने नहीं सुनी तो कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुई रिपोर्ट

बदायूं: जिंदा युवक को मृत बताकर जमीन का करा लिया बैनामा

बिल्सी, अमृत विचार। कोतवाली बिल्सी क्षेत्र के गांव सिरासौल पट्टी सीताराम में जीवित व्यक्ति को मृत दिखाकर फर्जी दस्तावेजों के सहारे भूमि हड़पने का मामला सामने आया है। पीड़ित कोर्ट की शरण में गया। कोर्ट के आदेश पर छह आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, मारपीट और धमकाने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज करके पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। 

गांव निवासी चंद्रपाल और उनके भाई नत्थू लाल ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उनपर भूमि गाटा 0-242 रकबा 0.032 और गाटा संख्या 243 में रकबा 0.060 हेक्टेयर जमीन थी। कागजात में भूलवश चंद्रपाल की वल्दियत रामस्वरूप की जगह उनके नाना के नाम तिजू अंकित हो गई थी। उन्होंने वल्दियत संशोधित कराकर रामस्वरूप करा ली थी। कुछ समय के बाद वह परिवार के साथ जिले के बाहर चले गए थे। साल में एक या दो बार ही गांव आ पाते थे। इसी दौरान गांव में चकबंदी हुई। चंद्रपाल ने हल्का लेखपाल से जानकारी की तो पता चला कि गांव निवासी महेंद्र पुत्र चंद्रपाल, रामवीर, रमेश पुत्र नत्थूलाल ने तत्कालीन लेखपाल से सांठगांठ करके चंद्रपाल को मृतक दर्शाया। जमीन अपने नाम दर्ज करा ली। जिसके बाद रामकिशोर पुत्र बृजलाल शाक्य ने महेंद्र पुत्र चन्द्रपाल शाक्य व रामवीर, रमेश पुत्र नत्थूलाल शाक्य ने अखिलेश पुत्र लेखराज उर्फ पप्पू जाटव के साथ सांठगांठ की। दोनों गाटा संख्या की जमीन पूरी जमीन का बैनामा अपनी रिश्तेदार गांव बेहटा गुसाई निवासी हरप्यारी के नाम करा दिया। 28 अगस्त 2023 को सुबह लगभग 11 बजे चंद्रपाल ने महेंद्र, रामवीर, रमेश से कहा कि वह तो जीवित हैं, तुमने हमारी जमीन कैसे अपने नाम करा ली। आरोप है कि वह लोग चंद्रपाल के साथ गाली-गलौज और मारपीट करने लगे। धमकाया कि अगर पुलिस से शिकायत की तो जान से मार देंगे। जमीन को भूल जाए। आसपास के लोगों ने बीच बचाव कराया। चंद्रपाल ने चकबंदी अधिकारी से लेकर पुलिस से शिकायत की लेकिन सुनवाई नहीं हुई। 8 सितंबर को एसएसपी को शिकायत पत्र भेजा। इसके बाद भी कार्रवाई नहीं की गई तो वह कोर्ट की शरण में गए। कोर्ट के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।