औरैया में हुआ हादसा, चारों मृतकों के शव पहुंचे कानपुर, 16 कंधों पर उठी चार अर्थी...इलाके में उमड़ा आंसुओं का सैलाब, बेटे की फोटो लेकर बिलखता रहा पिता
शवों के घर पहुंचते ही परिवार में मचा कोहराम
कानपुर, अमृत विचार। आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर शनिवार को हुए हादसे में मासूम समेत परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई थी। रविवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद चारों शवों को इंदिरा नगर स्थित घर पर लाया गया, जहां शवों को देख रिश्तेदारों व पड़ोसियों समेत अन्य पारिवारिक जनों के बीच चीख-पुकार मच गई।
अंतिम संस्कार की तैयारी के बाद भैरव घाट के लिए एक साथ घर से उठी चार आर्थियों को देख इलाके के हर व्यक्ति की आंखों से आशु छलक उठे। वही विधायक नीलिमा कटियार ने मौके पर पहुंच कर पारिवारीजनों को सांत्वना दी।
कल्याणपुर के इंदिरा नगर निवासी नीता यादव (55) अपने मंझले बेटे पीयूष (34) , बड़ी बहू संजना (31) व उसके पांच वर्षीय बेटे आरव के साथ कार से कानपुर लौट रही थी। तभी आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर ऐरवाकटरा के हरनागरपुर गांव के पास हादसे में चारों की मौत हो गई थी।
रविवार को पोस्टमार्टम के बाद चारों शवों को इंदिरा नगर स्थित घर लाया गया, जहां पहले से मौजूद रिश्तेदार व पड़ोसी शवों को देख बदहवास होकर चीख पुकार करने लगे। जिन्हें कुछ लोग ढांढस बंधा मुंह घुमाकर खुद भी रोते हुए नजर आए।
कुछ देर बाद तैयारी पूरे होने पर अंतिम संस्कार के लिए 16 कंधों पर निकली चार आर्थियों को देख मानो पूरे इलाके में आंसुओं का सैलाब उमड़ आया हो। जहां-जहां से शव यात्रा गुजरी, वहां वहां के लोग यात्रा में शामिल होते गए। वहीं महिलाएं नम आंखों से शवों को विदाई देते हुए नजर आई। बेटे आरव की फोटो को लेकर पिता अंकित रोता-बिलखता रहा।