बरेली: जुलूस-ए-मुहम्मदी पर रातभर मचा रहा भयंकर बवाल, जोगीनवादा में टकराव के हालात पर पुलिस-पीएसी ने संभाला मोर्चा

पुलिस-प्रशासन के अफसरों के पांच घंटे बातचीत के बाद भी नहीं निकला हल

बरेली: जुलूस-ए-मुहम्मदी पर रातभर मचा रहा भयंकर बवाल, जोगीनवादा में टकराव के हालात पर पुलिस-पीएसी ने संभाला मोर्चा

बरेली, अमृत विचार। जोगीनवादा से जुलूस-ए-मोहम्मदी निकालने के विरोध के साथ शनिवार को शुरू हुआ विवाद रविवार को और तूल पकड़ गया। तमाम महिलाओं ने मौर्य वाली गली में बीच सड़क धरने पर बैठकर अंजुमनों का रास्ता रोक लिया। अंजुमनें भी इसी रास्ते से निकलने पर अड़ गईं। दोनों ओर से नारेबाजी शुरू होने के बाद हालात बिगड़ने शुरू हुए तो पुलिस और पीएसी ने मोर्चा संभाला और लाठियां फटकारते हुए जुलूस में शामिल वाहनों को पीछे हटा दिया। इसके बाद पुलिस दोनों पक्षों के बीच दीवार बनकर खड़ी हो गई। पांच घंटे तक लगातार बातचीत के बीच कोई हल नहीं निकला। इस बीच माहौल बार-बार गरमाता रहा।

सावन के महीने में दूसरे समुदाय के लोगों ने मौर्य वाली गली से ही कांवड़ यात्रा निकालने का विरोध किया था। रविवार रात मौर्य वाली गली में धरने में बैठी महिलाओं का कहना था कि कांवड़ यात्रा को गैरपरंपरागत बताते हुए नहीं निकलने दिया गया तो वे जुलूस-ए-मोहम्मदी भी नहीं निकलने देंगी। रात करीब 9 बजे अंजुमनों का रास्ता रोकने के बाद माहौल गरमाया तो छह थानों के फोर्स के साथ भारी तादाद में पुलिस और पीएसी को बुला लिया गया। पुलिस और प्रशासन के कई अधिकारी भी पहुंच गए। दोनों पक्षों के लोगों से बातचीत शुरू की गई लेकिन न मुस्लिम पक्ष दूसरे रास्ते से निकलने के लिए माना, न ही महिलाएं उन्हें मौर्य वाली गली से निकलने देने को तैयार हुईं।

एसपी देहात मुकेश कुमार, एएसपी, एसडीएम सदर समेत कई अधिकारी रास्ता रोकने वालों को समझाने की कोशिश करते रहे लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। इस बीच अंजुमनों ने आगे बढ़ने की कोशिश की तो उपद्रव की आशंका से फोर्स ने लाठियां चलाकर उन्हें पीछे हटा दिया। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी को खड़ा कर दिया गया। विरोध कर रहे लोग बार-बार सावन में कांवड़ यात्रा न निकलने देने की बात कहकर जुलूस न निकलने दिए जाने पर अड़े रहे। रात करीब 12.30 बजे दोनों पक्षों से एक बार फिर बातचीत की गई, लेकिन इस बार भी कोई हल नहीं निकला।