प्राथमिक शिक्षा के नवाचार में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियाें को मिला सम्मान: प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा समागम का हुआ आयोजन
बाराबंकी, अमृत विचार । बाल विकास और बेसिक शिक्षा विभाग व इंडिया पार्टनशिप फॉर अर्ली लर्निंग संस्था के द्वारा प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा समागम का आयोजन कलेक्ट्रेट के लोक सभागार में किया गया। कार्यक्रम में प्राथमिक शिक्षा से जुड़े आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के नवाचार और उत्कृष्ट कार्यों को पहचान कर उन्हें सम्मानित किया गया।
इस दौरान कार्यकत्रियों द्वारा मातृभाषा में कहानी सुनाना, नवाचारी टीएलएम और बच्चों के शैक्षिक आंकलन से संबंधित नवाचारी उपकरणों का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण है। उन्होंने प्राथमिक शिक्षा को मजबूत बनाने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की। जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेंद्र दुबे ने बताया कि पोषण भी पढ़ाई भी अभियान के तहत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के केंद्रों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान किए जाने को लेकर इन कार्यकत्रियों के दक्षता परीक्षा भी आयोजित कर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
इस दौरान परियोजना की कार्यकत्रियों द्वारा स्टॉल के माध्यम से टीएलएम की सहयोग से प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। डीपीओ ने आगे बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह में एनीमिया कैंप भी लगाया गया है। जिसमें 33 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई है। जिसमें 14 गर्भवती महिलाएं गंभीर रुप से चिन्हित की गई है। इन महिलाओं को कैल्शियम व आयरन फोलिक एसिड का वितरण किया गया। वहीं उत्कृष्ट कार्य करने वाली कार्यकत्रियों को जिलाधिकारी द्वारा सम्मानित भी किया गया। इसमें कहानी सुनाने में शहर परियोजना की रेखारानी पहले हरख की सुषमा दूसरे व मसौली की अंजुमलता तीसरे स्थान पर रहीं। टीएलएम में शहर की मंजूलता पहले, हैदरगढ़ से ममला दूसरे व रामनगर से बब्ली तीसरे पायदान पर रहीं। इसी प्रकार आंकलन क्षेत्र में मसौली की शिप्रा श्रीवास्तव पहले, पूरेडलई की राज कुमारी दूसरे व शहर की रश्मि शुक्ला तीसरे स्थान पर रहीं।
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