बाराबंकी: तेजी से बढ़ रहा घाघरा नदी का जलस्तर, बाढ़ के पानी से घिरे गांव
सूरतगंज/रामनगर/सिरौलीगौसपुर, बाराबंकी, अमृत विचार। पहाड़ों पर हो रही बारिश व बैराजों से छोड़े जा रहे लाखों क्यूसेक पानी का असर तराई इलाके में दिखने लगा है। घाघरा नदी का जलस्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ रहा है। घाघरा की तलहटी में बसे हुए दर्जनों गांव के लोग नींद से जागे तो पानी घरों के करीब देख उनके होश उड़ गए घाघरा नदी का पानी बाहर निकल करके आस-पड़ोस के गांव को अपनी चपेट में ले रहा है।
बाढ़ का पानी अब बेलहरी, ललपुरवा, बाबापुरवा, कोड़री, केदारीपुर, सरसंडा, सुंदरनगर व मदरहा, क्योलीपुरवा, हेतमापुर, उधिया और अकौना सहित करीब एक दर्जन गांवों को अपनी चपेट में ले चुका है। जबकि सुंदरनगर और बेलहरी गांव के लोग पलायन कर तटबंध पर शरण ले रहे हैं। राजकुमार, मनीष, आनंद मिश्रा, श्यामू आदि का कहना है की यदि जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो देर रात तक हालात और बेकाबू हो सकते हैं।
वहीं ट्रैक्टर और बाढ़ के पानी से होकर गांवों में पहुंचे तहसीलदार भूपेंद्र विक्रम सिंह व नायब तहसीलदार अभिषेक कुमार ने बाढ़ पीड़ितों से गांव छोड़ने की अपील की है। तटबंध पर शरण लिए लोगों को भोजन, बिजली और शौचालय आदि की व्यवस्था करवा दी है, उधर बेलहरी गांव में रामकृपाल, छंगालाल, नकछेद, मनीराम, राजेंद्र प्रसाद, रामचन्द्र, रामशंकर के सात पक्के घर नदी में समा गए हैं।
बताया जा रहा है कि पड़ोसी देश नेपाल के पहाड़ी इलाकों में भारी जल वर्षा के चलते गिरजा व बनबसा बैराजों से छोड़े गए 5 लाख क्यूसेक पानी के चलते घाघरा नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। जिसके चलते नदी की तलहटी में बसे दर्जनों गांव के ग्रामीणों के माथे पर चिंता की लकीरें खिच गयी हैं। शनिवार को घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान 106.07 से बढ़कर 67 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया। नदी का जलस्तर लगातार दो सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है।
बढ़ रहे जलस्तर के चलते पानी तलहटी क्षेत्र के तपेसिपाह, कोरिनपुरवा, परसादीपुरवा, तिवारीपुरवा, जैनपुरवा, सिसौंडा और लहड़रा सहित दर्जनों गांवों में पानी प्रवेश कर गया है। जिससे गांव के मार्गो पर पानी भर गया है और सैकड़ो एकड़ किसानों की खड़ी फसले जलमग्न हो गई हैं। तहसीलदार भूपेंद्र विक्रम सिंह बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर लगातार लोगों से सतर्क रहने की अपील कर रहे हैं। अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड शशिकांत सिंह ने बताया कि नदी लगातार बढ़ रही है। जिसके मद्देनजर तटबंधों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
गांवों की ओर नदी का रुख, सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने की सलाह
सिरौलीगौसपुर प्रतिनिधि के अनुसार नेपाल के बैराज से घाघरा में छोड़ा गया लाखों क्यूसेक पानी से नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। नदी का पानी गांवों की तरफ से अलीनगर रानीमऊ तट बांध की ओर रुख कर दिया है।
उपजिलाधिकारी सिरौलीगौसपुर प्रीति सिंह, तहसीलदार नरसिंह नारायण वर्मा, राजस्व निरीक्षक अवधेश कुमार, लेखपाल रामकरण आदि राजस्व टीम सनांवा, कहारनपुरवा, पासिन, टेपरा, कुर्मिन टेपरा, भौंरीकोल, तेलवारी, करोनी, इटहुवा पूरब, कोठीडीहा, सिरौलीगुंग बबुरी, कुंडवा इत्यादि गांवों में पंहुच कर ग्रामीणों को अलर्ट किया और सुरक्षित स्थानों पर रुकने की सलाह दी गई है।
तहसीलदार नरसिंह नारायण वर्मा ने बताया है कि बाढ़ चौकियों का निरीक्षण कर एलर्ट कर दिया गया है। बाढ़ चौकी पर तैनात राजस्व कर्मियों को बाढ़ की स्थिति की अपडेट तहसील कन्ट्रोल रूम को देते रहने के निर्देश दिए गए हैं।
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