लखीमपुर खीरी: बुखार से महिला की मौत के बाद जागा मलेरिया विभाग, उठाया ये कदम...
103 बुखार रोगियों में एक मिला मलेरिया संक्रमित, गदंगी और जलभराव से हो रहे संक्रामक रोग
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। शहर से सटे गांव सुआगाड़ा में बुखार की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई। इसके बाद मलेरिया विभाग ने गांव में निरोधात्मक कार्रवाई कराई और शिविर लगाकर बुखार के मरीजों के सैंपल लेकर जांच की। जांच में एक बुखार रोगी मलेरिया संक्रमित मिला, जिसे दवा दी गई।
जिला मलेरिया अधिकारी हरिशंकर ने बताया कि गांव में बुखार के मरीज होने और एक महिला की मौत होने की सूचना मिली थी। इस पर गांव में जांच शिविर लगाकर 103 बुखार मरीजों की डेंगू एवं मलेरिया की जांच की गई। इसमें एक पीड़ित मलेरिया संक्रमित मिला। गांव में गंदगी और जलभराव मिलने पर एंटीलार्वा, सोर्स रिडक्शन, ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराकर फॉगिंग करवाई गई। सामान्य बुखार के मिले रोगियों को दावाएं वितरित कर एहेतियात बरतने के लिए प्रेरित किया गया है। टीम में डावा लामा, रामगोपाल, अकील खान, विनोद कुमार, विकास सिंह, सतेंद्र कुमार वर्मा सहित क्षेत्र की आशा भगवता मौजूद रहीं।
गांव में गंदगी के अंबार से फैल रहा बुखार
ग्राम पंचायत लखीमपुर देहात का गांव सुआगाढ़ा जिला मुख्यालय से सटा है। इसके बावजूद गांव में गंदगी और जलभराव का अंबार है। जगह जगह गंदगी और पानी इकठ्ठा होने से इनमें मच्छर पनप रहे हैं, जो ग्रामीणों के लिए मुसीबत बन रहे हैं। इनसे फैल रहा बुखार जानलेवा होने लगा है। दो दिन पहले बुखार की चपेट में आने से एक महिला की मौत तक हो गई। जबकि सौ से अधिक लोग अभी भी बुखार की आंच में तप रहा रहे हैं। इसका खुलासा मलेरिया विभाग के जांच शिविर में उमड़ी मरीजों की भीड़ है।
लखीमपुर देहात में पांच मजरे, सफाई कर्मी सिर्फ दो
लखीमपुर देहात में पांच मजरे हैं। इनमें सुआगाढ़ा, प्यारेपुर, घोसियाना, गांधीनगर और सुभाषनगर हैं। इनमें सफाई करने की जिम्मेदारी मात्र दो सफाई कर्मियों की है। जबकि इन पांचों का एरिया काफी बड़ा है। ऐसे में एक मोहल्ले की सफाई करने के लिए ही दो से तीन कर्मचारी चाहिए। मगर, जिम्मेदारों की मनमानी के चलते ग्रामीण संक्रामक बीमारियों की चपेट में आकर परेशान हो रहे हैं। ग्रामीण बताते हैं कि कागज पर तैनात सफाई कर्मी गांव में सफाई करते नहीं दिखते।
जानिए क्या बोले अधिकारी
सचिव ग्राम पंचायत लखीमपुर देहात हिमांशु बाजपेई ने बताया कि ग्राम पंचायत लखीमपुर देहात में कुल पांच मजरे हैं। जबकि सफाई कर्मी मात्र दो ही है। हालाकि इसके बावजूद गांवों की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है। हाल ही में गांव में एंटीलार्वा आदि का छिड़काव कराया भी गया था। जिला मलेरिया अधिकारी हरि शंकर के मुताबिक सुआगाढ़ा में काफी गंदगी है। जगह जगह पर गंदगी के अलावा गोबर के ढेर लगे हैं। वहीं नालियां भी चोक हैं। इससे नालियों से लेकर खाली प्लाट आदि में पानी भरा है। इनमें पनप रहे मच्छर बीमारियों फैला रहे हैं। शनिवार को एंटीलार्वा का छिड़काव कराकर फागिंग भी करा दी है।