कहीं दोहराए न गुजरे साल की तबाही, अलर्ट मोड पर प्रशासन

मौसम विभाग का अलर्ट, भारी बारिश की संभावना, बनी 25 टीमें, शहर भर में कराई गई मुनादी

कहीं दोहराए न गुजरे साल की तबाही, अलर्ट मोड पर प्रशासन

बाराबंकी, अमृत विचार : 2023 के सितंबर माह में शहर को तालाब बना देने वाली बारिश शायद ही कोई भूला हो, उसके दोहराने की संभावना तो नही है लेकिन मौसम विभाग ने जो अलर्ट जारी किया है, उसके अनुसार अगले चौबीस घंटों में भारी बारिश हो सकती है। आईएमडी का अलर्ट जारी होते ही जिला प्रशासन सतर्क हो गया है, सोमवार को शहर भर में चेतावनी की मुनादी कराने के साथ ही जमुरिया नाले के किनारे बसे लोगों को आगाह किया गया। जरूरी नहीं कि हालात गुजरे साल जैसे ही हों इसके बावजूद कुल 25 टीमों को सतर्क कर दिया गया है। डीएम ने संभावित हालात को लेकर आज समीक्षा बैठक भी की और सबको तैयार रहने की ताकीद की। 

मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि अाने वाले दिनों में मध्यम व भारी बारिश की प्रबल संभावना है। इस अलर्ट के बाद जिला प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। प्रशासन इसलिए भी सतर्क है क्योंकि गुजरे साल सितंबर माह में भारी बारिश से बरबादी का नजारा पूरे शहर ने देखा था, किस तरह शहर तालाब बना और करोड़ों का नुकसान शहर के लोगों ने झेला। वहीं हालात दोहराने न पाएं इसलिए सोमवार को जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार ने आपात समीक्षा बैठक की। बैठक में अवगत कराया गया कि जल भराव से निपटने के लिए 25 टीमें गठित की गई है। प्रत्येक टीम में एक हेड कांस्टेबल, होमगार्ड , लेखपाल और सफाईकर्मी को रखा गया है। इसके साथ ही एनडीआरएफ की पर्याप्त टीमें भी लगाई गईं हैं।

जिलाधिकारी ने 25 टीमों के लिए राहत सामग्री तैयार कर 25 राहत किट पुलिस लाइन में रखवाने के निर्देश दिए। बारिश को देखते हुए जलभराव से होने वाली समस्या और उससे निपटने के लिए नाव, लाइफ जैकेट, रस्सी, टॉर्च जैसी दूसरी आपदा बचाव सामग्री को एकदम तैयार कर लिया गया है। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने सोमवार को खुद इस सभी तैयारियों का निरीक्षण किया। डीएम ने सभी लेखपाल और नगर पालिका कर्मचारियों को ड्यूटी पर अलर्ट रहने के लिए निर्देशिय किया। उन्होंने कहा कि जल भराव की स्थिति में टीमों द्वारा इन किटो के माध्यम से राहत कार्य किया जाएगा। बैठक में बताया गया कि 6 बाढ़ राहत शिविर बनाए गए हैं । जिसमें नागेश्वर नाथ मंदिर, सिटी इंटर कॉलेज, पायनियर स्कूल, राजकीय इंटर कॉलेज ऑडिटोरियम, आरएलबी स्कूल और सूरजा गेस्ट हाउस शामिल है। अपर जिलाधिकारी ने बताया कि 02 नावें राहत कार्य हेतु रखी गई हैं। राहत सम्बन्धी सभी व्यस्थाएँ पूर्ण की जा रही हैं।

जिलाधिकारी ने सभी को निर्देशित करते हुए कहा कि पूर्व में हुए जल भराव, बाढ़ की स्थिति कतई उत्पन्न नही होने पाए, इसको सुनिश्चित कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि राहत कंट्रोल रुम बना लिया जाए और इसके कई संपर्क, दूरभाष नम्बर जारी कर दिए जाए, जिससे जल भराव होने पर लोगों की समस्याओं का समाधान किया जा सके। उन्होंने ईओ नगर पालिका को व्यापार मंडल से बात करने के लिए कहा कि जिन भी व्यापारियों की दुकानें बेसमेंट में हैं विशेषकर इलेक्ट्रॉनिक सामानों की, वे लोग अपने सामानों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर ले। उन्होंने कहा कि जल भराव वाले सम्भावित स्थानों पर लोग अपनी गाड़ियों को सुरक्षित स्थान पर रखे या फिर किसी चीज से गाडियों को बांध कर रखे।

उन्होंने सम्भावित भारी वर्षा से होने वाले जल भराव से राहत कार्य हेतु एक वॉट्सएप ग्रुप बनाए जाने के निर्देश दिए, जिससे सभी सम्बंधित अधिकारी और कर्मचारी आपस में समन्वय बना सके। बैठक के दौरान अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अरुण कुमार, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, उप जिलाधिकारी सदर आर जगत साईं , उप जिलाधिकारी फतेहपुर राजेश विश्वकर्मा, सीओ सिटी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका संजय शुक्ला, समस्त अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत सहित अन्य संबंधित अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहें।

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