Fatehpur: गांव पहुंचा महिला आरक्षी का शव; मचा कोहराम, ग्रामीणों ने नम आंखों से दी विदाई

Fatehpur: गांव पहुंचा महिला आरक्षी का शव; मचा कोहराम, ग्रामीणों ने नम आंखों से दी विदाई

फतेहपुर (जाफरगंज), अमृत विचार। जनपद की रहने वाली एक महिला सिपाही की हरदोई में एक हादसे से मौत हो गई थी। मौत के बाद आज उनका शव गांव पहुंचा। जहां ग्रामीणों ने नम आंखों से उनको विदाई दी और अंतिम संस्कार में शामिल हुए।

जाफरगंज थाना क्षेत्र के कटरा नरईचा गांव निवासी रूद्रपाल सिंह परिहार की पुत्री शशि सिंह का 2016 में महिला आरक्षी के पद पर चयन हुआ था। वर्तमान में वह हरदोई के कासिमपुर थाने में तैनाती थी। बताया जा रहा है कि मंगलवार को सरकारी जीप से दरोगा प्रणवीर सिंह, शशि सिंह एक मामले में महिला का बयान कराने कचहरी गए थे। 

वापस लौटते समय गौसगंज चौकी में महिला को उतार दिया। कासिमपुर थाने में तैनात पैरोकार आरक्षी शुभम यादव एवं आरक्षी मनोज मिल गए, सभी लोग थाने को रवाना हो गए। गौसगंज से थोड़ा आगे कहली गांव के करीब अचानक एक नशेड़ी आ गया। जिसको बचाने के चक्कर में जीप अनियंत्रित होकर तालाब किनारे पलट गई। 

लोगों ने थाने में सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को बाहर निकाला। सभी को सीएचसी संडीला ले जाया गया। जहां महिला आरक्षी शशि की मौत हो गई थी। जिसके बाद परिजन पहुंचे और महिला का शव ससुराल कानपुर जनपद के गांव सिकठिया लाया गया। 

उसके बाद आज गुरुवार को महिला सिपाही का शव मायका कटरा नरईचा पहुंचा, जहां मायके पक्ष समेत क्षेत्र के के गणमान्य लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर दुखी परिवार को ढाढस बंधाते रहे। पिता रूद्रपाल सिंह, मां गीता सिंह, बहन सृष्टि, पारुल भाई सत्यम बेहाल थे। मृतिका शशि सिंह की नौ वर्षीय पुत्री आराध्या है। शव का अंतिम संस्कार भिटौरा घाट पर किया गया।

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