बरेली: मुस्लिम एजेंडा जारी...राजनीति से मुसलमान रहें दूर, तालीम पर रहना चाहिए जोर
मौलाना शहाबुद्दीन के नेतृत्व में जारी किया गया मुस्लिम एजेंडा
बरेली, अमृत विचार। हर साल की तरह इस साल भी उर्स-ए-रजवी के मौके पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी की अगुवाई में मुस्लिम एजेंडा जारी किया गया। अलग-अलग राज्यों से आए उलमा और मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने मुसलमानों से जुड़े मुद्दों पर सिविल लाइंस स्थित एक मैरिज हॉल में मीटिंग की। राजनीतिक पार्टियों के कार्यों का जायजा लेकर एक मुस्लिम एजेंडा तैयार किया। जिसमें मुसलमानों को तालीम पर जोर देने के साथ राजनीति से दूरी बनाने की हिदायत दी गई।
मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि शिक्षा, कारोबार, परिवार पर मुसलमान ध्यान दें और समाज में फैल रही बुराईयों की रोकथाम को आगे आएं। उन्होंने कहा कि इस दौर में लड़कियों के लिए अलग से स्कूल व कॉलेज खोलने की जरूरत है। भारत की राजनीति बेहद खराब हो चुकी है लिहाजा मुसलमान इससे दूरी बनाए रखें, नहीं तो भविष्य में नुकसान उठाना पड़ेगा। मुसलमान देश की अखंडता एकता के लिए कुर्बानी देने को तैयार है, मगर हिंदू मुसलमानों के बीच नफरत फैलाने वाली राजनीति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुसलमानों के साथ हो रही ज्यादती और जुल्म ज्यादा दिन सहन नहीं किया जाएगा। इस दौरान हाफिज नूर अहमद, मुफ्ती सादिक सकाफी, सूफी अब्दुल रहमान, सूफी पीर मोहम्मद हनफी, मौलाना मजहर इमाम, अब्दुस्सलाम रजवी, मौलाना रिजवानुल हक, मुफ्ती शाकिरुल कादरी आदि मौजूद रहे।
वक्फ संशोधन बिल का किया समर्थन
इस दौरान उन्होंने वक्फ संशोधन बिल का समर्थन भी किया। मौलाना ने कहा कि वक्फ संपत्ति का रख रखाव और उससे होने वाली आमदनी गरीब और कमजोर मुसलमानों पर खर्च की जाए। प्रधानमंत्री ने लाल किले से सेक्युलर समान नागरिक संहिता को लागू करने की बात कही है, ये कानून उसी तरह है जैसे दूसरे कानून शरीयत में दखल अंदाजी करते हैं।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमला बेहद निंदनीय
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमलों को लेकर मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि ये बेहद निंदनीय है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सरकारें अपनी जमीन को भारत के खिलाफ इस्तेमाल नहीं होने दें और आतंकवाद का जड़ से खात्मा किया जाए। उन्होंने इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जंग रोकने की मांग संयुक्त राष्ट्र संघ से की। साथ गाजा में मारे गए फिलिस्तीनियों की मौत का जिम्मेदार अमेरिका को बताया।
मुसलमानों को दी गईं ये हिदायतें
अपने बच्चों को को ज्यादा से ज्यादा तलीम दिलवाने का करें प्रयास
मालदार मुसलमान गरीब बच्चों के स्कूल की फीस का खर्च उठाएं
मदरसों में अरबी उर्दू के साथ हिंदी, अंग्रेजी व कंप्यूटर की शिक्षा भी हो
मां बाप विरासत में लड़कों के साथ-साथ लड़कियों को भी हिस्सा दें
मुसलमान जकात का पैसा एक जगह जमा कर गरीब बेसहारा पर खर्च करें
मुसलमान कानून के दायरे में रहें, उत्पीड़न होने पर अधिकारियों से करें शिकायत
अपने वोटर आईडी व आधार समझदारी से बनवाएं, मतदान में बढ़चढ़कर हिस्सा लें