लखीमपुर खीरी: जिला अस्पताल में व्यवस्थाएं कितनी दुरुस्त हुईं?...जानने पहुंचे एडीएम, जिलाधिकारी को भेजी रिपोर्ट
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं कितनी दुरुस्त हुई, इसकी पड़ताल करने के लिए मंगलवार को एडीएम सुबह साढ़े आठ बजे ही जिला अस्पताल पहुंच गए। अस्पताल का भ्रम कर स्वास्थ्य कर्मियों की कार्यशैली देखकर उपस्थित रजिस्टर की फोटो ली। अनुपस्थित कर्मियों से जवाब तलब कर मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार कर बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं मुहैंया कराने के लिए सीएमएस को निर्देशित किया। बताते हैं कि इस दौरान पहले से व्यवस्थाएं बेहतर मिली और जो खामियां मिली, उनको दूर करने के लिए सीएमएस को निर्देश दिए।
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने नौ अगस्त को जिला अस्पताल का निरीक्षण कर मिली खामियों को दूर करने के लिए सीएमएस को निर्देशित किया था। इकसे बाद अस्पताल के हालात कितने बदले। इसकी हकीकत जानने के लिए एडीएम संजय कुमार सिंह को जिला अस्पताल भेजा। मंगलवार सुबह 08.25 पर जिला अस्पताल पहुंचकर एडीएम संजय कुमार सिंह ने पर्चा काउंटर से लेकर ओपीडी का हाल देखी।
मौजूद मरीजों से हालचाल लेकर समस्याएं पूछी। पर्चा काउंटर पर अनुपस्थित मिले राजेंद्र मिश्रा के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए कहा और वहां पर अव्यवस्थित खड़े मरीजों व तीमारदारों की व्यवस्थित लाइन लगवाई। गैरहाजिर कर्मचारी की जगह दूसरे की ड्यूटी लगाने के लिए कहा। इसके बाद सीएमएस कक्ष में रखे उपस्थिति रजिस्टर देखकर उनकी फोटो ली। गायब स्वास्थ्य कार्मिकों पर कार्यवाही करने के लिए कहा। करीब एक घंटे तक अस्पताल रूककर सीएमएस को समय-समय पर सफाई कराते रहने के लिए कहा। एसडीएम रत्नाकर मिश्रा, सीएमएस डॉ. आरके कोली आदि मौजूद रहे।
डीएम के निरीक्षण में मिला था अव्यवस्थाओं का अंबार
डीएम ने नौ अगस्त को सुबह साढ़े आठ बजे जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था, जिसमें वार्डों के शौचालय गंदे मिलने के साथ मरीजों के बेड़ पर गंदी चादरें मिलीं थीं। अस्पताल परिसर में गंदगी, ओपीडी कक्ष में डॉक्टर व कर्मचारियों के न मिलने, सुबह नौ बजे तक डॉक्टर के भ्रमण न करने सहित अव्यवस्था का अंबार मिला था।
डीएम ने अस्पताल का सीवर टैंक ढकवाने, एंट्री-एग्जिट प्वाइंट्स पर फ्लोर मैट डलवाने, प्रवेश द्वार पर नागरिक चार्टर लगवाने, सीसीटीवी, मार्ग पर बेहतर रोशनी, अस्पताल का नाम बड़े अक्षरों में प्रदर्शित कराने, प्रतीक्षालय में 100 लोगों के बैठने का इंतजाम करने सहित तीन दिन में सभी खामियां दूर करने के लिए सीएमएस को निर्देशित किया था।